सूरत : लिंबायत में झोलाछाप डॉक्टर ने ली 8 साल की बच्ची की जान

सूरत में बीमार बच्ची को इंजेक्शन लगाते समय मौत, 5 साल से क्लिनिक चला रहा एलआईसी एजेंट पुलिस के हत्थे चढ़ा

सूरत : लिंबायत में झोलाछाप डॉक्टर ने ली 8 साल की बच्ची की जान

झोलाछाप डॉक्टर ने माना कि मेरे पास कोई डिग्री नहीं है, 4 से 5 साल से प्रैक्टिस कर रहा था

सूरत में एक झोलाछाप डॉक्टर ने 8 साल की बच्ची की जान ले ली। यह फर्जी डॉक्टर पिछले पांच साल से अपने घर पर क्लीनिक चला रहा था और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा था। बच्ची की पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी मौत इंजेक्शन देते वक्त ही हुई है। पुलिस ने इस फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। 

लिंबायत इलाके के एकतानगर में रहने वाला श्रीनिवास उर्फ ​​सोनू लक्ष्मीनारायण गुड्डे डिग्री न होने के बावजूद अपने घर पर क्लिनिक चलाता था। एक महीने पहले, आठ साल की एक लड़की बीमार पड़ गई और उसके परिवार वाले उसे डॉक्टर के पास ले आए। डॉक्टर ने उसकी जांच करने के बाद उसे एक इंजेक्शन दिया लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और उसे सिविल अस्पताल लाया गया। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। मौत के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्ची की मौत इंजेक्शन लगाने से हुई है। एलआईसी एजेंट के रूप में काम करने वाला फर्जी डॉक्टर पिछले चार-पांच साल से क्लिनिक चला रहा था। अब तक कई लोगों को इलाज के बहाने गलत दवाएं और इंजेक्शन दिए जा चुके हैं।

श्रीनिवास उर्फ ​​डॉ. सोनू ने खुद स्वीकार किया कि वह एलआईसी एजेंट के तौर पर काम करता है। हालाँकि उनके पास कोई डिग्री नहीं थी, फिर भी वह अपने घर में क्लिनिक चलाते थे और अपने पास आने वाले मरीजों को दवाएँ देते थे। वह मूल रूप से तेलंगाना के रहने वाले हैं । आठ साल की बेटी, जो उन्हीं के समुदाय और तेलंगाना से है। बच्ची कई दिनों से बीमार थी और उसे मेरे पास द‌िखने के लिए लाया गया था, इस दौरान मैंने उसका इलाज किया। जिसकी इंजेक्शन के कारण मौत हो गई।

 

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