गुजरात ने वित्त वर्ष 21-22 में आईटी व आईटीईएस निर्यात में 14 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्ज की

-वाइब्रेंट गुजरात: 5 वर्षों में आईटी व आईटीईएस निर्यात 25,000 करोड़ ले जाने का लक्ष्य

गुजरात ने वित्त वर्ष 21-22 में आईटी व आईटीईएस निर्यात में 14 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्ज की

गांधीनगर, 4 दिसंबर (हि.स.)। वर्ल्ड-क्लास आईटी इन्फ्रस्ट्रक्चर, उच्च कौशल संसधानों, टेक्नोलॉजी में इनोवेशन के लिए अनुकूल माहौल के साथ भारत के अग्रणी राज्यों में से एक बनने के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, गुजरात सरकार ने आईटी व आईटीईएस नीति 2022-27 पेश की। इस नीति के माध्यम से गुजरात अगले 5 वर्षों में लगभग 25,000 करोड़ रुपये के साथ आईटी व आईटीईएस निर्यात को बढ़ाकर 1 लाख से अधिक नौकरियां पैदा करने में सक्षम बनेगा।

गुजरात में 5000 से भी ज़्यादा छोटी, मध्यम और बड़ी आईसीटी कंपनियां है, जिनमें अधिकतर कंपनियां अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा और सूरत में है। राज्य सरकार की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार इन कंपनियों के आईटी व आईटीईएस एक्पोर्ट्स में 14 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में, गुजरात ने एसटीपीआई (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया) रजिस्टर्ड यूनिट्स के माध्यम से सॉफ्टवेयर एक्स्पोर्ट में लगभग 5000 करोड़ रुपए हासिल किए हैं।

प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत@2047’ के विजन में अपना योगदान देने के लिए गुजरात भी प्रयत्न कर रहा है। इसी दिशा में आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 से पहले 11 अंतरराष्ट्रीय और 8 राष्ट्रीय रोड शो आयोजित किए गए। गुजरात के प्रतिनिधिमंडल ने कई प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आईटी व आईटीईएस कंपनियों के लीडर्स के साथ अहम बैठकें भी की।

इन चर्चाओं में आईटी व आईटीईएस सेक्टर के प्रति गुजरात के विजन और राज्य में मौजूद अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया। फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और इटली की उल्लेखनीय अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ-साथ चेन्नई, बेंगलुरु और चंडीगढ़ की प्रमुख भारतीय कंपनियों ने गुजरात के आईटी सेक्टर में निवेश करने की प्रति गहरी रुचि दिखाई।

उन्होंने ग्लोबल डेटा सेंटर बिज़नेस को विकसित या विस्तारित करने, स्टार्ट-अप्स का सहयोग करने, डिजिटल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस प्रदान करने, रणनीतिक साझेदारी बनाने और आईटी से संबंधित बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए गुजरात में मौजूद कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन और शिक्षाविदों के साथ सहयोग करने का भी इरादा दिखाया। इन यात्राओं के दौरान जिन कंपनियों से बातचीत हुई उनमें फ्रांस से थॉम्पसन कंप्यूटिंग और पार्टेक्स एनवी, जापान से ट्रेंडमाइक्रो, ऑस्ट्रेलिया से आईएनक्यू इनोवेशन ग्लोबल और यूएसए से बीकन, ऑर्जेनेटिक्स, प्रिसिजन प्लास्टिक पैकेजिंग कंपनी, बिटस्केप, इनकोवेशन, ओगोइंग, कैरेनिवा आईएनसी, कोरेंट टेक्नोलॉजी आईएनसी, टेकी- पेशेंट एक्सप्रेस, इनसाइट एग्जामिनेशन सर्विसेज इंक, एटीजीसी ग्रुप आईएनसी, रूब्रिक और इटली से मेक्सेडिया नेट जैसी कई कंपनियां शामिल हैं।

गुजरात में बड़े पैमाने पर अतिरिक्त परियोजनाएं स्थापित करने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कपंनियों के साथ फॉलोअप चर्चाएं चल रही हैं। गुजरात सरकार आईटी व आईटीईएस क्षेत्र के माध्यम से सहयोग, इनोवेशन और सतत आर्थिक विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।