सूरत : हजारों मछलियों की मौत! बदबू फैलने से स्थानीय लोग नाराज
एसएमसी पर लापरवाही का आरोप, अडाजण झील में मरी मछलियों से भरा पूरा कचरा ट्रक
कुछ दिन पहले सूरत में कतारगाम का पूरा लेक गार्डन हरियाली से भर गया था। अब अडाजण के कवि कलापी गार्डन में हजारों मरी हुई मछलियाँ पाई गईं और नगर निगम प्रशासन हरकत में आ गया। नगर निगम के रांदेर जोन ने झील से मरी हुई मछलियों को निकालकर झील की सफाई शुरू कर दी है। उधर, इस लेक गार्डन में मछलियां कहां से आईं और कैसे मर गईं, यह जांच का विषय बन गया है। यहां तक कि कूड़ा गाड़ी भी हजारों मछलियों की मौत से भर गई। झील के पानी की दुर्गंध से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है।
निगर निग अधिकारियों की निष्क्रियता उजागर हुई
स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद नगर निगम तंत्र जागा है। हजारों मछलियों के मरने से झील के पानी से बदबू आ रही है। आज सुबह नगर पालिका के रांदेर जोन ने झील में मरी हुई मछलियों को हटाकर सफाई अभियान शुरू कर दिया है। उधर, नगर पालिका के हाइड्रोलिक विभाग ने झील के पानी के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजने की कवायद शुरू कर दी है। पानी के नमूनों की लैब में जांच के बाद मछलियों की मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
स्थानीय लोगों ने बार-बार निवेदन किया
स्थानीय निवासी महेश पटेल ने कहा कि पास के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी का उपचार नहीं किया जाता है और इसे सीधे झील में छोड़ दिया जाता है। यदि नगर पालिका ने मछलियां नहीं छोड़ी तो इतनी बड़ी मात्रा में मछलियां कहां से आईं और इतनी बड़ी संख्या में मछलियां कैसे मर गईं, यह जांच का विषय बन गया है। हालांकि हम अक्सर इस झील में दूषित पानी आने की शिकायत करते हैं, लेकिन अधिकारी इस मामले को गंभीरता से नहीं लेते हैं।