राजकोट : 35 वकील हुए साइबर फ्रॉड का शिकार, अंगूठा लगाते ही खाते से कट गए पैसे
रेवेन्यू बार एसोसिएशन की ओर से साइबर क्राइम पुलिस से लिखित शिकायत की गई थी
इस मामले की जानकारी गुजरात सरकार और रिजर्व बैंक को भी दी गई
राज्य में साइबर धोखाधड़ी की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं, जिसमें हर दिन किसी न किसी तरह से निर्दोष लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। साइबर धोखाधड़ी की एक ऐसी घटना राजकोट में हुई है, जिसमें इस साइबर धोखाधड़ी के लगभग 35 वकीलों के शिकार होने पर रेवेन्यू बार एसोसिएशन ने पुलिस में शिकायत की है।
35 वकीलों के रुपये उड़ा दिय़े
आज के तकनीक के युग में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं और साइबर धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं। राजकोट में दस्तावेजों का पंजीकरण कराने वाले एक या दो नहीं बल्कि 35 से अधिक वकीलों के बैंक खातों से पैसे निकाले गए हैं। जिससे राजकोट, रेवेन्यू बार एसोसिएशन द्वारा साइबर क्राइम पुलिस को एक लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस शिकायत के चलते साइबर क्राइम पुलिस की टीम ने इस दिशा में जांच की कि ये पैसे कैसे कटे।
टोकन जनरेट करने के बदले रुपये काट लिए गए
इस मामले में राजकोट रेवेन्यू बार एसोसिएशन के सचिव विजय तोगड़िया ने कहा कि हमें करीब 35 वकीलों के बैंक खातों से रुपये निकाले जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद हमने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही विशेषज्ञ जांच में पाया गया कि जब दस्तावेज़ के पंजीकरण के लिए गवाह का विवरण प्रदान करने के लिए अंगूठे का निशान लिया गया, तो इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। इस समय टोकन जनरेट करने के बजाय वकीलों के खाते से पैसे काट लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में गुजरात सरकार और रिजर्व बैंक को भी सूचित कर दिया गया है। साइबर क्राइम के एसीपी विशाल रबारी ने कहा, यह मामला बहुत गंभीर है, इसलिए विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। साइबर क्राइम टीम सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में जांच कर रही है और पता लगा रही है कि किसी और के साथ तो धोखाधड़ी नहीं हुई है।