सूरत : शहर में 2 घंटे में 4 इंच बारिश से निचले इलाके हुए जलमग्न
हर तरफ जाम का नजारा, वाहन चालकों का हाल बेहाल, बारिश ने नगर निगम व्यवस्था की कलई खोल दी
सूरत में सुबह से ही काले बादलों और गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। जिसके कारण निचले इलाकों में बरसात का पानी भर गया जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सूरत जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है।
सूरत में सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण उधना दरवाजा, लिंबायत, अडाजण, सिविल अस्पताल, मीठीखाड़ी समेत निचले इलाकों में जलभराव के दृश्य सामने आए। उधना दरवाजा के पास मुख्य सड़क पर पानी भर जाने से वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। लोगों की गाड़ियां भी जलभराव में फंसती नजर आईं। उधर, लिंबायत मीठी खाड़ी क्षेत्र में भी दो से तीन फिट पानी भर गया। यहां बच्चों के नाले में नहाने के दृश्य सामने आए।
इस बारिश में कुछ ही देर में सिविल कैंपस, खरवर नगर, रोकड़िया हनुमान मंदिर, मीठी खाड़ी समेत कई इलाकों की सड़कें पानी में डूब गईं। भारी बारिश और सड़कों पर जलभराव के कारण कई सड़कों पर ट्रैफिक जाम होने से वाहन चालकों की हालत खराब हो रही है।
आज सूबह से ही सूरत में झमाझम बारिश के बाद सबसे पहले सेन्ट्रल जोन क्षेत्र के निचले इलाके माने जाने वाले सलाबतपुरा सप्तश्रृंगी माताजी के मंदिर क्षेत्र में पानी भरना शुरू हुआ। देखते ही देखते इस इलाके की सड़कें पानी में डूब गईं। हालाँकि इस जगह पर हर साल कई बार जलजमाव होता है, लेकिन नगर निगम द्वारा कोई स्थायी समाधान नहीं किया। इसी तरह डुंभाल के ओम नगर में इस सीजन में तीसरी बार लोगों के घरों में पानी घुस गया है। कमर तक पानी भर जाने से इस इलाके के लोगों की हालत खराब हो रही है।
ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बाद उकाई बांध में भी ताजा पानी आ गया है। उकाई डैम का लेवल सुबह 10 बजे 314.42 फीट दर्ज किया गया है। वहीं, बांध में पानी की आय 10802 क्यूसेक दर्ज की गई, जबकि बांध से पानी की निकासी 600 क्यूसेक रही। सूरत का वीयरकम कॉजवे भी ओवरफ्लो हो गया है। आज सुबह 10 बजे कॉजवे का लेवल 6.40 मीटर दर्ज किया गया है।