सूरत: 11 वर्षीय छात्र के साथ भागी 23 वर्षीय शिक्षिका शामलाजी के पास बस में पकड़ी गई
ट्यूशन के दौरान पनपा प्रेम, दूसरा मोबाइल बना गिरफ्तारी का कारण
सूरत। शहर में उस समय सनसनी फैल गई जब एक 23 वर्षीय ट्यूशन शिक्षिका अपने 11 वर्षीय छात्र के साथ फरार हो गई। पुलिस ने घटना के चार दिन बाद शिक्षिका को राजस्थान सीमा के पास शामलाजी में एक चलती बस से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, शिक्षिका और छात्र दोनों को वापस सूरत लाया गया है।
पुलिस के अनुसार, 25 अप्रैल की दोपहर को शिक्षिका छात्र को लेकर सूरत से भागी थी। गिरफ्तारी तक वे दोनों बस से 390 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुके थे। प्रारंभिक जांच में पुलिस को शिक्षिका का रेलवे स्टेशन पर बंद हुआ मोबाइल नंबर मिला, जिससे उन्हें ढूंढना मुश्किल हो गया। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के सीसीटीवी फुटेज में भी उनकी कोई जानकारी नहीं मिली, जिसके बाद पुलिस को संदेह हुआ कि वे निजी बस से भागे होंगे।
इस बीच, पुलिस को शिक्षिका के एक अन्य सक्रिय मोबाइल नंबर का पता चला। इसी नंबर के आधार पर पूना पुलिस ने चार पुलिसकर्मियों की एक टीम गठित कर शिक्षिका और छात्र का पीछा किया। आखिरकार, उन्हें आज सुबह करीब 4 बजे राजस्थान सीमा पर शामलाजी के पास एक चलती बस से पकड़ लिया गया।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि शिक्षिका और छात्र पिछले तीन साल से एक-दूसरे को जानते थे। उनके परिवार भी आपस में परिचित थे। छात्र पिछले तीन वर्षों से शिक्षिका से ट्यूशन ले रहा था। पहले तीन छात्र ट्यूशन पढ़ते थे, लेकिन पिछले एक साल से केवल यही छात्र शिक्षिका के घर पढ़ने जाता था, जिसके कारण दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए।
पुलिस के मुताबिक, 23 वर्षीय शिक्षिका पर शादी का दबाव था और उसे परिवार से डांट भी पड़ती थी। वहीं, छात्र को भी पढ़ाई के लिए परिजनों की डांट सुननी पड़ती थी। इसी बीच, शिक्षिका ने भागने की योजना बनाई और छात्र को अपने साथ ले गई।
जब पुलिस को रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड के सीसीटीवी में उनकी कोई फुटेज नहीं मिली, तो उन्होंने निजी ट्रैवल एजेंसियों की बसों और टैक्सियों की जांच शुरू की। आखिरकार, शिक्षिका के दूसरे मोबाइल नंबर की मदद से पूना पुलिस टीम उन तक पहुंचने में सफल रही। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।