सूरत : 3 साल के बेटे की मौजूदगी में 24 साल की ब्रेन डेड मां का अंगदान

सूरत बना अंगदाता शहर

सूरत : 3 साल के बेटे की मौजूदगी में 24 साल की ब्रेन डेड मां का अंगदान

अंगदान से चार लोगों को मिलेगी नई जिंदगी और बदल जाएगी एक की जिंदगी

दाताओं की भूमि के रूप में जाना जाने वाला सूरत अब अंग दाताओं के शहर के रूप में जाना जाता है। इसी कड़ी में एक और अंगदान जुड़ गया है। गोडादरा की 24 वर्षीय ब्रेन डेड महिला के दो हाथ, दो किडनी, छोटी आंत और लीवर का दान  चार लोगों को नया जीवन देगा और एक व्यक्ति की जिंदगी बदल देगा। मृतक महिला का 3 साल का एक बेटा है।

4 दिन के इलाज के बाद ब्रेन डेड घोषित कर दिया

सूरत के गोडादरा निवासी 24 वर्षीय प्रितिबेन शुक्ला को 3 जून को दोपहर 1.42 बजे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चार दिन के इलाज के बाद न्यूरोसर्जन डॉ. परेश झांझमेरा और न्यूरोसर्जन डॉ. केयूर प्रजापति ने 7 जून को दोपहर 2 बजे ब्रेन डेड घोषित कर दिया। सोटो की टीम के डॉ. नीलेश काछड़िया ने परिवार के सदस्यों को अंगदान का महत्व समझाया।

परिवार की सहमति के बाद अंगदान

प्रीतिबेन के भाई और ससुर ने अंगदान के लिए हामी भर दी और अंग स्वीकार कर लिए गए। आज दोपहर 1 बजे दो हाथ और छोटी आंत को मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल और लिवर और दो किडनी को एयर एंबुलेंस के जरिए अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। इस तरह शुक्ल परिवार ने छह लोगों को नया जीवन देकर इंसानियत की मिसाल पेश की है। 

दो दिन पहले हार्ट डोनेट किया गया था

सिविल अस्पताल के सफल प्रयासों के फलस्वरूप आज 28वां अंगदान हुआ। कपड़ा और हीरे के शहर के रूप में जाना जाने वाला सूरत अब देश में एक अंग दाता शहर के रूप में उभर रहा है। दो दिन पूर्व हादसे के बाद ब्रांडेड घोषित शहर के मुस्लिम युवक के परिवार ने अंगदान कर तीन लोगों को नया जीवन दिया है। अहमदाबाद में युवक का दिल एक मुस्लिम लड़की के दिल में ट्रांसप्लांट किया गया।

6 अंगों का दान सिविल अस्पताल की प्रथम घटना

सिविल अस्पताल आर.एम.ओ. डॉ. केतन नायक ने कहा कि नए सिविल अस्पताल से अंगदान की गतिविधि को काफी गति मिली है। सिविल अस्पताल से आज 28वां अंगदान किया गया है। 24 साल की ब्रेनडेड प्रिति बेन के  एक साथ 6 अंग दान किए हैं। संभवत: यह पहला मौका है जब किसी सिविल अस्पताल में एक साथ 6 अंग दान किए गए हैं।

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