सूरत : एएम/एनएस इंडिया ने प्लास्टिक वेस्ट घटाने के संदर्भ में नुक्कड़ नाटक आयोजित

हजीरा के नवजागृति विद्यालय में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया

सूरत : एएम/एनएस इंडिया ने प्लास्टिक वेस्ट घटाने के संदर्भ में नुक्कड़ नाटक आयोजित

5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से पहले लोगों में जागरूकता बढ़ाने का उदेश्य

आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के संयुक्त उद्यम, आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से पहले प्लास्टिक वेस्ट (प्लासटिक अवशेष) को कम करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया।

एएम/एनएस इंडिया की पर्यावरण टीम द्वारा सोमवार को हजीरा के नवजागृति विद्यालय में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। यह मिशन लाईफ (लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) के तहत अपनी पहल के भागरूप, आयोजित किया गया था, जो ग्लासगो में COP26 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है।

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हजीरा के नवजागृति विद्यालय में नुक्कड़ नाटक का आयोजन

 

गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. जिग्नाशा ओझा, एएम/एनएस इंडिया में पर्यावरण विभाग के प्रमुख शंकर सुब्रमण्यम, एएम/एनएस इंडिया हजीरा सीएसआर के मुख्य अधिकारी किरणसिंह सिंधा, स्कूल के आचार्य डॉ. मितेश कुमार पारेख और हजीरा गांव के उप सरपंच रोहित पटेल सहित अग्रणी इस इस अवसर पर अतिथि विशष के तौर पर उपस्थित रहे थे। स्कूल के बच्चों और उनके अभिभावकों सहित 150 से अधिक लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

इस अवसर पर श्री सुब्रमण्यन ने कहा कि, “प्लास्टिक वेस्ट के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना प्लास्टिक की खपत को कम करने की दिशा में व्यवहारिक परिवर्तन लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हम पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नुक्कड़ नाटक इस संदेश को सरल किन्तु प्रभावी तरीके से फैलाने के लिए आयोजित किया गया था। हम इसे मिल रही प्रतिक्रिया से बहुत प्रसन्न हैं।"

कार्यक्रम में प्लास्टिक कचरे को कम करने के आसपास केंद्रित विभिन्न गतिविधियां शामिल थीं। इसमें नवजागृति विद्यालय के छात्रों द्वारा 'से नो टू प्लास्टिक' विषय पर एक नुक्कड़ नाटक शामिल था। छात्राओं में से एक ने प्लास्टिक जागरूकता पर भाषण भी दिया। इस कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्रों द्वारा 'प्लास्टिक के उपयोग में कमी' विषय पर एक और नुक्कड़ नाटक भी दिखाया गया। प्लास्टिक कचरे में कमी के लिए 3-आर (रिड्यूस, रीयूज और रीसायकल) के मूल सिद्धांत को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन अत्यधिक व्यावहारिक और आकर्षक साबित हुआ।