सूरत :  विद्युत सहायक भर्ती घोटाले में दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपियों ने किया चौंकाने वाला खुलासा

सूरत :  विद्युत  सहायक भर्ती घोटाले में दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार

एक प्रत्याशी से आठ से दस लाख रुपये वसूले गए,  70 से 80 लोगों को पास किया

सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने गुजरात में विद्युत कनिष्ठ सहायक के लिए आयोजित परीक्षा में कदाचार के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने गुजरात राज्य की बिजली कंपनियों में विद्युत सहायकों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़े एक घोटाले का भंडाफोड़ किया है।

पुलिस ने पूर्व में दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद और एक लैब टेक्नीशियन व एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में आठ से दस लाख रुपए लेकर 70 से 80 अभ्यर्थियों को पास किया गया है, इन सभी को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

गुजरात राज्य की बिजली कंपनियों DGVCL, MGVCL, PGVCL, UGVCL और GSECL में कुल 2156 विद्युत सहायक कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा हुई थी। यह परीक्षा 12 नवंबर 2020 से 6 जनवरी 2021 तक वडोदरा राजकोट सूरत अहमदाबाद के विभिन्न केंद्रों पर अलग-अलग तारीखों में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा को पास करने और सरकारी नौकरी पाने के लिए एक बड़ा कदाचार घोटाला किया गया था।

परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के मामले में सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। क्राइम ब्रांच पुलिस ने इससे पहले दो मुख्य आरोपियों इंद्रवदन परमार और मोहम्मद कपड़वाला को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में और सफलता मिली। इस घोटाले में शामिल दो और आरोपियों भास्कर गुलाबचंद चौधरी और भरतसिंह तखतसिंह झाला को गिरफ्तार किया है।

डीसीपी रूपल सोलंकी ने आगे बताया कि पहले गिरफ्तार किए गए दो और दो और आरोपियों समेत चार आरोपियों से पूछताछ में बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इस घोटाले में परीक्षा केंद्र के मालिक कंप्यूटर लैब के प्रभारी थे और एजेंट सभी मिलकर उम्मीदवार से पैसे ऐंठने और घोटाले से पास करने का काम कर रहे थे। इस घोटाले में आरोपी एक परीक्षार्थी से आठ से दस लाख रुपए लेता था और सारा पैसा एजेंटों के बीच और परीक्षा केंद्र के मालिकों और लैब प्रभारी के बीच बांट दिया जाता था।

रूपल सोलंकी ने आगे कहा कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और जांच में पता चला है कि आरोपी अब तक 70 से 80 अभ्यर्थियों से प्रति प्रत्याशि आठ से दस लाख रुपये लेकर पास कर चुके हैं। इन सभी उम्मीदवारों ने अलग-अलग बिजली कंपनियों में इलेक्ट्रिकल असिस्टेंट की नौकरी भी ज्वाइन की है। अब तक इन घोटालों ने एक उम्मीदवार से कम से कम आठ लाख रुपये की उगाही की है और जब उन्होंने 70 उम्मीदवारों से यह रुपये प्राप्त किए हैं, तो उन्होंने पांच करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक की उगाही की है।

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