सूरत : डीजीवीसीएल परीक्षा कदाचार मामले में क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया

गुजरात पावर कंपनी की ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी मामला

सूरत : डीजीवीसीएल परीक्षा कदाचार मामले में क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया

2021 में डीजीवीसीएल परीक्षा में एक सीपीयू से दो मॉनिटर संचालित किए गए थे

गुजरात में जूनियर क्लर्क और तलाटी की परीक्षा बिना किसी उल्लंघन के संपन्न हो गई है। इस परीक्षा में कदाचार की कोई शिकायत नहीं आई है। लेकिन गुजरात पावर कंपनी की ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने के बाद सूरत क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में सूरत क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 2021 में सूरत के परीक्षा केंद्र पर एक अन्य व्यक्ति ऑनलाइन प्रश्नपत्र भरता था जबकि आरोपी एक ही सीपीयू से दो मॉनिटर संचालित कर रहा था। इस पूरी प्रक्रिया में मॉनिटर को संचालित करने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया था। इस पूरी प्रक्रिया में सारथी एकेडमी के मालिक की संलिप्तता सामने आई है।

कदाचार में कुल 11 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी

इस मामले में क्राइम ब्रांच की डीसीपी रूपल सोलंकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि सूरत क्राइम ब्रांच के पीआई अभियोजक बने हैं। इंद्रवदन परमार, ओवेश कापड़िया को गिरफ्तार किया गया है। डीजीवीसीएल कंपनी की ऑनलाइन परीक्षा में कदाचार के आरोप में कुल 11 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। यह परीक्षा साल 2021 में हुई थी। परीक्षा राज्य के विभिन्न केंद्रों में आयोजित की गई थी। न केवल सूरत में बल्कि अहमदाबाद, वडोदरा में भी कदाचार किए गए। दो परीक्षा केंद्रों पर कदाचार किया गया। इस मामले में अनिकेत भट्ट और भास्कर चौधरी अभी भी वांछित हैं। वे उम्मीदवारों से पहले ही संपर्क कर लेते थे। इस बात की जांच की जा रही है कि इस गिरोह ने किन लाभार्थियों से संपर्क किया था।

Tags: Surat