वडोदरा रजवाड़े के समय की फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी 48 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक बनाई गई

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री 21 मई को करेंगे लोकार्पण

वडोदरा रजवाड़े के समय की फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी 48 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक बनाई गई

देश के 33 फीसदी दवा का उत्पादन गुजरात में

वडोदरा/अहमदाबाद, 19 मई (हि.स.)। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल 21 मई को वडोदरा में 48 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक बनाई गई फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी का लोकार्पण करेंगे। राजकोट और भुज के बाद इस प्रकार की अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी वडोदरा में भी कार्यरत हो जाएगी। इस तरह राज्य में ऐसी लेबोरेटरी की संख्या 3 हो जाएगी।

वडोदरा में 10 मंजिली इमारत वाली इस फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी का क्षेत्रफल करीब 16000 वर्गमीटर है। यह लेबोरेटरी वर्ष 1947 में वडोदरा के रजवाड़ों के समय बनाई गई थी। शुरुआत में इसे ड्रग्स लेबोरेटरी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। आजादी के बाद वडोदरा और इसके आसपास के जिलों में दवा उद्योग के विकास के बाद सरकार ने वडोदरा में नई अद्यतन लेबोरेटरी बनाने का निर्णय किया। इसके बाद 22 फरवरी, 1959 को इस लेबोरेटरी की पुरानी इमारत की नींव रखी गई। 1 नवंबर 1961 को इसका लोकार्पण किया गया था।

वडोदरा में थी वेस्टर्न इंडिया की बड़ी लेबोरेटरी

इस पुरानी इमारत में वेस्टर्न भारत में उस समय की बड़ी से बड़ी लेबोरेटरी कार्यरत हुई। यहां केन्द्र सरकार के विभिन्न तकनीकी मामलों और जांच की नवीन पद्धति विकसित करने का कार्य हुआ। इस लेबोरेटरी में दूसरे राज्य से आए दवा के नमूनों की भी जांच की जाती थी। मौजूदा समय में इस लेबोरेटरी में गुजरात के खाद्य और औषधि नमूनों की जांच के अलावा झारखंड, केन्द्र शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली, वेस्टर्न रेलवे की ओर से भेजे जाने वाले खाद्य नमूनों, प्रोहिबिशन और उत्पादन विभाग के नमूनों, राज्य के हॉस्पिटल आपूर्ति वाले दवाओं के नमूने, आईसीडीएस योजना अंतर्गत खाद्य नमूनों की जांच की जाती है।

आगामी 50 साल की योजना पर तैयार हुई प्रयोगशाला

इस प्रयोगशाला में कार्यभार लगातार बढ़ते जाने की वजह से आगामी 50 साल की जरूरतों, आधुनिक उपकरणों के लिए बड़ी जगह की व्यवस्था की गई है। साथ ही राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) के नियमों समेत सरकार के मौजूद ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा को साकार करते हुए मास्टर प्लानिंग बनाकर इस विशाल भवन का निर्माण किया गया है।

सूरत में भी फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी का निर्माण

गुजरात के दक्षिण क्षेत्र स्थित सूरत में भी फूड एंड ड्रग की जांच को लेकर नवीन लेबोरेटरी का निर्माण हो रहा है। जिससे फूड एंड ड्रग के अधिक से अधिक सैम्पल की जांच हो सकेगी। साथ ही सैम्पल जांच में होने वाली देरी की समस्या भी इससे दूर हो सकेगी।

फार्मा के क्षेत्र में अग्रणी है गुजरात

फार्मा के क्षेत्र में गुजरात देश का अग्रणी राज्य है। यहां दवा उत्पादन के अलावा फूड प्रोसेसिंग के बड़े यूनिट के जरिए बड़ी मात्रा में पैकेज्ड फूड विदेशों में भेजा जाता है। इसके कारण यह उत्पादन क्षमता के साथ जांच प्रक्रिया में भी अव्वल स्थान रखता है। हाल में ही केन्द्र सरकार की ओर से भरूच में बल्क ड्रग्स पार्क बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। इसके बनने के बाद समूचा गुजरात फार्मा के क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ेगा।

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