वडोदरा : सुरभि-लायंस ब्लाइंड गर्ल्स स्कूल अंधेरे में उम्मीद की रोशनी

दृष्टिबाधित लड़कियों के लिए शिक्षा, आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान की पाठशाला

वडोदरा : सुरभि-लायंस ब्लाइंड गर्ल्स स्कूल अंधेरे में उम्मीद की रोशनी

वडोदरा स्थित सुरभि-लायंस ब्लाइंड गर्ल्स स्कूल केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि एक मिशन है, दृष्टिबाधित लड़कियों के जीवन में आशा, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की लौ जलाने वाला एक प्रेरणादायक केंद्र। यह संस्था वर्ष 1991 में स्वर्गीय नागिनभाई अंबालाल पटेल की दूरदृष्टि और मानवीय सोच से आरंभ हुई थी, जब यहां मात्र चार छात्राएँ थीं। आज यह संख्या बढ़कर 47 हो चुकी है, जिनका संपूर्ण विकास करने हेतु 17 समर्पित स्टाफ सदस्य सतत कार्यरत हैं।

यह आवासीय विद्यालय, लायंस ब्लाइंड गर्ल्स वेलफेयर सेंटर ट्रस्ट द्वारा संचालित और गुजरात राज्य के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के मार्गदर्शन में संचालित होता है। यहां पढ़ने वाली लड़कियों को शिक्षा, आवास, भोजन, प्रशिक्षण और जीवन कौशल की सभी सुविधाएँ निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

पारंपरिक ब्रेल आधारित पद्धति के साथ-साथ अब डिजिटल शिक्षा को भी अपनाया जा रहा है। स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से छात्राएँ न सिर्फ शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, बल्कि डिजिटल दुनिया में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। इसके अलावा, उन्हें आभूषण निर्माण, बिंदी-राखी डिज़ाइन, संगीत, ब्रेल साक्षरता और दैनिक जीवन की गतिविधियों में भी कुशल बनाया जाता है।

 खेलकूद में छात्राएं अपनी पहचान बनाई है। माधी राठवा राष्ट्रीय अंडर-19 भाला फेंक चैंपियन (2022), लक्ष्मी सोलंकी रजत पदक विजेता, लंबी कूद (2024) के अलावा गुजरात की फुटबॉल विजेता टीम में आशा राठवा, फाल्गुनी वसावा, वसंत राठवा और माधी राठवा की मुख्य भूमिका रही।

पूर्व छात्रा हिना नायक आज इसी विद्यालय में शिक्षिका हैं। उनका कहना है, “यहाँ मैंने अपना भविष्य बनाया और अब मुझे गर्व है कि मैं अगली पीढ़ी को आगे बढ़ने की राह दिखा रही हूँ।” अब तक 800 से अधिक दृष्टिबाधित बालिकाएँ यहां से शिक्षित होकर बैंकिंग, शिक्षा, कला और अन्य क्षेत्रों में कार्यरत हैं।

“संत सूरदास योजना” के अंतर्गत सरकार प्रत्येक छात्रा के खाते में प्रतिमाह रु.1000 जमा करती है। लेकिन संस्था के विशाल उद्देश्य को साकार रूप देने में समाजसेवियों, कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत दानदाताओं का योगदान भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। सुरभि-लायंस ब्लाइंड गर्ल्स स्कूल वडोदरा की वह आशा की किरण है, जो अंधकार में भी जीवन को रोशन करने का जज़्बा रखती है। यह संस्था एक सशक्त उदाहरण है कि संसाधनों की कमी कभी सपनों को नहीं रोक सकती – बस उन्हें दिशा देने वाला एक मंच चाहिए।

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