
सूरत : रेबीज वैक्सीन का कोर्स अधूरा छोड़ने से युवति की मौत के बाद जागा परिवार
परिवार के 30 सदस्य रेबीज इंजेक्शन लगवाने सिविल पहुंचे
सूरत में कुत्ते के काटने के बाद भी बच्ची को नहीं लगाया था रेबीज का पूरा टीका
सूरत में युवति को 6 महीने पहले आवारा कुत्ते के काटने के बाद कुछ दिन पूर्व सिविल में रेबीज की चिकित्सा के लिए भर्ती कराया गया था। लेकिन चल रहे इलाज के दौरान परिजन कोर्ष अधुरा छोडकर युवति को घर ले गए थे। जिसके बाद युवति की मौत हो गई तो पूरा परिवार तुरंत एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने सिविल अस्पताल पहुंच गया। जिसमें परिवार के 30 से अधिक सदस्यों को रेबिज का इंजेक्शन लगवाया गया।
सूरत के रांदेर मोरा भागल सब्जी मंडी के पास रहने वाली 18 वर्षीय ज्योति की दो-तीन दिन से तबीयत बिगड़ने के बाद अजीब हरकत कर रही थी। इसलिए दो दिन पहले सिविल में शिफ्ट किए जाने के बाद पता चला कि उसे रेबीज है। हालांकि देर रात परिजन डॉक्टरी सलाह के खिलाफ छुट्टी लेकर ज्योति को घर ले गए। आखिरकार सुबह ज्योति की मौत हो गई।
अधूरा इलाज के बाद युवति को घर ले जाया गया
जब कुत्ते ने युवति को काटा तो एंटी रेबीज वैक्सीन का कोर्स पूरा नहीं हुआ था और रेबीज का असर होने के बाद भी परिवार ज्योति को अधूरा इलाज छोड़कर घर ले गया और आखिरकार ज्योति की जान चली गई। इस घटना की जानकारी होने पर नगर निगम की टीम ज्योति के घर पहुंची। इसलिए ज्योति के संपर्क में आए सभी परिजनों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने को कहा।
परिजन एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगाने पहुंचे
आज नगर निगम की सूचना पर ज्योति के परिवार के 30 से अधिक सदस्य, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, एक साथ एंटी रैबीज इंजेक्शन लेने सिविल अस्पताल पहुंचे। तो सिविल में मौजूद लोगों में भी उत्सुकता फैल गई। इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगा दिया गया।
पता नहीं हमारी बेटी के साथ ऐसा कुछ हुआ हो
इसको लेकर परिवार की कंचनबन ने कहा कि हमारी 18 वर्षीय बेटी ने रेबीज के दो डोज कम लिए तो वह मर गई। वर्तमान में हमारे परिवार के करीब 30 सदस्य सिविल अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने आए हैं। परिवार में और भी बच्चे हैं। हमें नहीं पता था कि हमारी बेटी के साथ ऐसा कुछ हुआ है। नगर निगम ने हमें बताया कि आपको एंटी-रेबीज इंजेक्शन की सभी खुराक लेनी चाहिए।
कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने की अपील की
इस संबंध में सूरत सिविल अस्पताल के अधीक्षक गणेश गोवेकर ने कहा कि कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज इंजेक्शन की 5 खुराक लेनी पड़ती है। यदि यह खुराक न ली जाए तो इस प्रकार की घटना भी हो सकती है। इसलिए लोगों से अनुरोध है कि कुत्ते के काटने के बाद रेबीज रोधी टीके की खुराक आवश्यक रूप से लें। फिलहाल इस परिवार के सदस्यों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जा रहा है। क्योंकि इनके भी रेबीज की चपेट में आने की संभावना है।