वडोदरा : कंप्यूटर टीचर नहीं मिलने पर पादरा कॉलेज के बीसीए कोर्स को साइंस फैकल्टी में शिफ्ट किया जाएगा

इसके लिए संकाय ने पत्र लिखकर विश्वविद्यालय प्रशासन से जगह की मांग की है

वडोदरा : कंप्यूटर टीचर नहीं मिलने पर पादरा कॉलेज के बीसीए कोर्स को साइंस फैकल्टी में शिफ्ट किया जाएगा

एमएस यूनिवर्सिटी साइंस फैकल्टी में सालों से बीसीए का कोर्स चला रहा है। जिसमें हर साल प्रवेश पाने के लिए छात्रों की भीड़ लगी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए फैकल्टी ने दो साल पहले पादरा कॉलेज में 120 सीटों के साथ बीसीए (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) कोर्स शुरू किया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को प्रवेश दिया जा सके। हालांकि, कंप्यूटर पढ़ाने वाले शिक्षकों की अनुपलब्धता के कारण पिछले एक वर्ष से विज्ञान संकाय बीसीए भवन में  संचालित किया जा रहा है और अब संकाय अधिकारियों ने इस पाठ्यक्रम को स्थायी रूप से विज्ञान संकाय परिसर में संचालित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए संकाय ने पत्र लिखकर विश्वविद्यालय प्रशासन से जगह की मांग की है।

पिछले साल बीसीए पढ़ाने के लिए 30 शिक्षकों की संविदा पर नियुक्ति के लिए आवेदन मंगाए गए थे, लेकिन इसके खिलाफ सिर्फ 6 शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी। दूसरी ओर बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण प्रयोगशाला निर्माण का कार्य समय पर पूरा नहीं हो सका। नतीजतन, इस पाठ्यक्रम के छात्रों को विज्ञान संकाय के बीसीए भवन में दूसरी पाली में पढ़ाया जाता था। अब जब पादरा कॉलेज के पाठ्यक्रम को स्थायी रूप से विज्ञान संकाय में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। संकाय अधिकारियों को यहां पहले से ही बीसीए पाठ्यक्रम में पढ़ रहे 200 छात्रों के अलावा पादरा कॉलेज के 120 छात्रों के लिए कंप्यूटर प्रयोगशाला सहित अतिरिक्त सुविधाएं भी बनानी होंगी।

निजी कॉलेज कंप्यूटर पढ़ाने के लिए मुंह मांगा वेतन का ऑफर

विज्ञान संकाय के डीन प्रो. कटारिया का कहना है कि हम अस्थायी शिक्षकों को विश्वविद्यालय के नियमों के मुताबिक 35 हजार रुपये वेतन दे सकते हैं। दूसरी ओर इंजीनियरिंग में कंप्यूटर और आईटी का बोलबाला होने के कारण छात्र प्रवेश लेना चाहते हैं। इस प्रकार, निजी कॉलेज अपनी सीटों में वृद्धि कर रहे हैं। साथ ही छात्रों को पढ़ाने के लिए अन्य शिक्षकों को मुंह मांगा वेतन का ऑफर कर रहे हैं। साथ ही, कुछ उम्मीदवारों ने पादरा कॉलेज में जाने में संकोच दिखाया। विज्ञान संकाय में इस पाठ्यक्रम को स्थानांतरित करने के कारण, वहाँ छात्रों को पढ़ाने के लिए अध्यापक मिलेंगे अन्यथा वर्तमान शिक्षकों को दो पालियों में पढ़ाना होगा या अधिक से अधिक विजिटिंग फैकल्टी पर निर्भर रहना पड़ेगा।

पादरा कॉलेज में एक साल से 100 नए कंप्यूटर पड़े हैं

जानकारी के मुताबिक पादरा कॉलेज में बीसीए कोर्स के लिए करीब 100 नए कंप्यूटर मंगवाए गए थे, लेकिन पादरा के छात्रों को विज्ञान संकाय में पढ़ाया जा रहा है, इसलिए इन कंप्यूटरों की पैकिंग नहीं खोली गई है। एक साल के लिए अब विज्ञान संकाय के बीसीए भवन में रखा जाएगा।

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