भेदभावरहित योजना बनाना और लाभ पहुंचाना ही सच्ची धर्मनिरपेक्षता : प्रधानमंत्री मोदी

आज हमारी सरकार हर अभाव को दूर करते हुए, हर गरीब तक खुद पहुंचने का काम कर रही है

भेदभावरहित योजना बनाना और लाभ पहुंचाना ही सच्ची धर्मनिरपेक्षता : प्रधानमंत्री मोदी

गांधीनगर/नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सामाजिक न्याय को लेकर कहा कि हमारी सरकार योजना बनाते या लाभ पहुंचाते समय धर्म या जाति नहीं देखती, यही असली धर्मनिरपेक्षता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए देश का विकास दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के गांधीनगर में लगभग 4,400 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इन परियोजनाओं में शहरी विकास विभाग, जल आपूर्ति विभाग, सड़क एवं परिवहन विभाग और खान एवं खनिज विभाग आदि की 2450 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन शामिल है। प्रधानमंत्री ने लगभग 1950 करोड़ रुपये की पीएमएवाई (ग्रामीण और शहरी) परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इसी कार्यक्रम के दौरान योजना के लाभार्थियों को चाबियां सौंपकर योजना के तहत बनाए गए लगभग 19,000 घरों के गृह प्रवेश में भाग लिया। उन्होंने वीडियो लिंक के जरिए लाभार्थियों से बातचीत भी की।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आज हमारी सरकार हर अभाव को दूर करते हुए, हर गरीब तक खुद पहुंचने का काम कर रही है। लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए हमारी सरकार न जाति देखती है और न ही धर्म देखती है। क्योंकि मैं सोचता हूं कि जहां कोई भेदभाव नहीं है वहीं तो सच्चा धर्मनिरपेक्षता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के लिए देश का विकास दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता है। अभी गुजरात में भाजपा की सरकार बने कुछ ही महीने हुए हैं, लेकिन विकास ने जो रफ्तार पकड़ी है उसे देखकर आनंद आ रहा है, एक सुखद अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि पुरानी विफल नीतियों के साथ आगे बढ़ने से न तो देश का भाग्य बदल सकता है और न ही देश सफल हो सकता है। पिछली सरकारों और आज की सरकार के दृष्टिकोण और दृष्टिकोण में बहुत अंतर है। हम वास्तव में गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-आवास योजना ने आवास क्षेत्र को बदल दिया है। इससे खासकर गरीब और मध्यम वर्ग को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद हमने गरीबों के घर को सिर्फ एक पक्की छत तक सीमित नहीं रखा, बल्कि हमने घर को गरीबी से लड़ाई का एक ठोस आधार बनाया। 'पीएम आवास योजना' गरीबों के साथ महिला सशक्तिकरण को भी बहुत बड़ी ताकत दे रही है। पिछले 9 वर्षों में करीब-करीब 4 करोड़ पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं। इनमें करीब 70 प्रतिशत घर महिला लाभार्थियों के नाम पर हैं।

उन्होंने कहा कि पहले रियल एस्टेट सेक्टर में मनमानी चलती थी, धोखेबाजी की शिकायत आती थी। मध्यम वर्ग के परिवारों को सुरक्षा देने के लिए कोई कानून नहीं था। हमने एक रेरा कानून बनाया, इससे मध्यम वर्ग के परिवारों को सुरक्षा मिली है। भाजपा सरकार देश में बढ़ते शहरीकरण के कारण भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब हो या मध्यम वर्ग, लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता तभी संभव है जब उन्हें रहने के लिए शुद्ध और स्वच्छ वातावरण मिले; उसी को सुनिश्चित करने के लिए हमारा देश एक मिशन मोड पर है। 2014 में देश में केवल 14-15 प्रतिशत कचरा प्रसंस्करण होता था जबकि आज यह 75 प्रतिशत है।