सूरत : ब्रेन डेड शैलेश पादरिया के अंगदान ने 5 लोगों को नई जिंदगी मिली

शैलेषभाई 5 मई की दोपहर 12 बजे जब उसने सिर दर्द की शिकायत की, फिर उल्टी होने से वह बेहोश हो गये

सूरत : ब्रेन डेड शैलेश पादरिया के अंगदान ने 5 लोगों को नई जिंदगी मिली

सूरत शहर अब अंगदाता शहर के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है। सूरत का एक और अंग दान डोनेट लाइफ संस्था ने वीनस अस्पताल से किया है। लेउवा पाटीदार समुदाय के ब्रेन डेड शैलेशभाई हसमुखभाई पादरिया (उम्र-64) के परिवार ने डोनेट लाइफ के जरिए शैलेशभाई का लीवर, किडनी और आंखें दान कर पांच लोगों को नया जीवन देकर मानवता की महक फैलाकर समाज को एक नई दिशा दिखाई है।  सूरत के महिधरपुरा स्थित मणिया शेरी निवासी एवं निवृत्त जीवन व्यतीत कर रहे शैलेषभाई 5 मई की दोपहर 12 बजे जब उसने सिर दर्द की शिकायत की। फिर उल्टी होने से वह बेहोश हो गये।

सदस्यों को अंगदान के महत्व और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया गया

परिजन उसे तुरंत वीनस अस्पताल में डॉ. निखिल जरीवाला के इलाज के तहत भर्ती कराया गया था, जहां निदान के लिए सीटी स्कैन किया गया और ब्रेन हेमरेज का पता चला। छह मई को न्यूरोफिजिशियन डॉ. गौरांग घीवाला, चिकित्सक डॉ. निखिल जरीवाला, इंटेंसिविस्ट डॉ. प्रेक्षा गोयल, डॉ. आकाश बार्ड ने शैलेशभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। न्यूरोसर्जन डॉ. धवल पटेल ने डोनेट लाइफ के संस्थापक नीलेश मंडलेवाला से संपर्क किया और उन्हें शैलेशभाई के ब्रेन डेड होने की जानकारी दी। डोनेट लाइफ टीम अस्पताल पहुंची और शैलेशभाई की पत्नी ममताबेन, बेटे जिगर, बेटियों बिनी और उन्नति, दामाद चिराग सुरती, स्वातिल शाह, दिलीपभाई शाह और पादरिया परिवार के अन्य सदस्यों को अंगदान का महत्व और पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया।

अंगदान की खबरें अक्सर सुनने को मिलती थी

शैलेशभाई की पत्नी ममताबेन और परिवार के अन्य सदस्यों ने कहा कि हमने अंगदान के बारे में अक्सर खबरें सुनी थीं। उस समय मैं हमेशा सोचता था कि अंगदान से बड़ा कोई दान नहीं है, मेरे पति का ब्रेन डेड हो गया है, उनका शरीर भस्म होने वाला है, तो जितने ऑर्गन फेलियर रोगियों को उनके अंगों के दान से नया जीवन मिलता है, तो इसके लिए आगे बढ़ना चाहिए। शैलेशभाई के परिवार में उनकी पत्नी ममताबेन, बेटा जिगर और बेटी उन्नति हैं जो एलाइड फायर सेफ्टी एंड सर्विसेज में सर्विस मैनेजर और ऑपरेशंस मैनेजर के रूप में काम करते हैं। दूसरी बेटी बिनी जो विवाहित हैं। परिवार से अंगदान के लिए सहमति मिलने के बाद सोट्टो से संपर्क किया गया। सोट्टो ने सूरत के किरण अस्पताल को एक लिवर और अहमदाबाद के एक अस्पताल को दोनों किडनियां आवंटित की हैं।

अहमदाबाद के अस्पताल में दो जरूरतमंद मरीजों में दोनों किडनी का प्रत्यारोपण किया जाएगा

किरण अस्पताल द्वारा लीवर और किडनी का दान डॉ. अनुराग श्रीमल, डॉ. गौरव पटेल, डॉ. धर्मेश धनानी, डॉ. सुनील कुमार सिंह व उनकी टीम ने स्वीकार किया। जबकि आंखों का दान लोक दृष्टि चक्षु बैंक के डॉ. प्रफुल्ल शिरोया ने स्वीकार किया। दान में मिला लीवर वापी के 45 वर्षीय निवासी को सूरत के डॉ. किरण अस्पताल में ट्रांसप्लांट डॉ. गौरव पटेल व उनकी टीम ने किया। दान की गई दोनों किडनी को अहमदाबाद के एक अस्पताल में दो जरूरतमंद मरीजों में प्रत्यारोपित किया जाएगा।
 
दक्षिण गुजरात के डोनेट लाइफ द्वारा कुल 1122 अंग और ऊतक दान किए गए

डोनेट लाइफ द्वारा सूरत और दक्षिण गुजरात से कुल 1122 अंगों और ऊतकों का दान किया गया है, जिसमें 466 किडनी, 200 लीवर, 45 दिल, 34 फेफड़े, 8 अग्न्याशय, 4 हाथ, 1 प्लीहा और 364 आंखों के दान से देश-विदेश के कुल 1030 व्यक्तियों नया जीवन एवं नई दृष्टि देने में सफल हुआ है।

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