सूरत : बजरंग दल का देशव्यापी हनुमत शक्ति जागरण 9 मई को : नीरज दौनेरिया
कांग्रेस के कर्नाटक चुनाव घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे से देश में राजनीति गरमाई हुई है
बजरंग दल ने कांग्रेस के खिलाफ नौ मई को देशभर में सामूहिक 'हनुमान चालीसा' पाठ करने की घोषणा की है। कांग्रेस के कर्नाटक चुनाव घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे से देश में राजनीति गरमाई हुई है। बजरंग दल ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और द्वेषपूर्ण कहा है।
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने रविवार को सूरत के एक होटल में आयोजित पत्रकार परिषद में कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक के चुनावी घोषणापत्र में देशभक्त संगठन बजरंगदल को पीएफआई के साथ तुलना कर प्रतिबंध लगाने जैसी शर्मनाक हरकत की है। बजरंग दल की स्थापना 1984 में श्री राममंदिर आंदोलन के समय से की गई है। यह संगठन हिन्दू हितों एवं सनातन धर्म की रक्षा में सदैव अग्रणी रहती है। संगठन अपने सेवा, सुरक्षा एवं संस्कार के तहत देश भर में कार्य करती है। बजरंग दल देश भर में सेवा के आयोजनों के लिए जानी जाती है। हिन्दू जीवन मूल्यों की रक्षा करना बजरंग दल का मूल उद्देश्य है। गाय नहीं कटने देंगे, देश नहीं बटने देंगे के नारे के साथ देश भर में कार्य करती है।
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज निश्चित रूप से इस तरह के अपमान का लोकतांत्रिक सबक सिखाएगा। उन्होंने कहा कि इन सारे नेताओं को क्या नहीं दिखता कि बजरंग दल देश भर में गौ रक्षा, कन्या रक्षा, रक्तदान, मठ मंदिर व धर्म रक्षा के साथ धर्मांतरण रोकने जैसे अनेक प्रकार के सेवा कार्यों में लगा हुआ है?
उन्होंने कहा कि बजरंग दल देश भर में 2 नवबंर को देशभर में रक्तदान शिविर का आयोजन कर हजारों यूनिट रक्त संग्रहित कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करता है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल मंगलवार 9 मई 2023 को देश भर में 'कुमति निवार सुमति के संगी' सामूहिक हनुमान चालीसा के माध्यम से हनुमत शक्ति का व्यापक जन जागरण करेगा। देश के सभी प्रान्तों की इकाइयों को इसकी सूचना दी गई है। गुजरात के तीन दक्षिण गुजरात प्रांत, मध्य गुजरात एवं सौराष्ट्र प्रांत प्रमुख के नेतृत्व में गांव-गांव में नौ मई को सभी जिलों, महानगरों के प्रमुख केंद्रों, प्रखंडों और नगर कस्बा के मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। इस अवसर पर बजरंग दल के गुजरात प्रदेश संयोजक भावेशभाई ठक्कर, दक्षिण गुजरात के संयोजक कमलेशभाई, चंद्रकांत उपाध्याय एवं विश्व हिन्दू परिषद के सी.पी. वानाणी उपस्थित रहे।