
सूरत : पिछले कई दिनों से दूषित और पीले रंग के पानी से बीमारी फैलने का डर
पांडेसरा सहित विभिन्न क्षेत्रों में दूषित पानी से लोगों की परेशानी बढ़ी
तापी नदी का जलस्तर कम होने पर उकाई बांध से पानी छोडे जाने के बावजुद समस्या जस की तस
पिछले कई दिनों से सूरत शहर के अलग-अलग जोन में पानी से बदबु आने की शिकायत की जा रही है। कुछ क्षेत्रों में लाल रंग का पानी आ रहा है तो कही पीले रंग का प्रदुषितपानी आ रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में एक तरह का डर देखा जा रहा है।
दूषित पानी की शिकायत
सूरत नगर निगम के विभिन्न जोन से दूषित पानी आने की अफवाह पिछले कुछ दिनों से विभिन्न सोसायटियों में सुनने को मिल रही है। अधिकारी केवल पेयजल लाइनों में लीकेज की बात कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से दूषित पानी विभिन्न सोसायटियों के अंदर पहुंच रहा है, उससे एक और समस्या नजर आ रही है। एक जोन में नहीं बल्कि सूरत शहर के रांदेर उधना पांडेसरा सहित अन्य इलाकों में भी ऐसी ही शिकायतें देखने को मिल रही हैं।
उकाई बांध से पानी छोड़े जाने के बावजूद स्थिति जस की तस
सूरत शहर के लोगों को वीयर कम कॉजवे से पानी की आपूर्ति की जाती है। गर्मी के कारण जलस्तर नीचे चला गया है। जलस्तर गिरने से कई बार शहर दूषित पानी की चपेट में आ जाता है, लेकिन उकाई बांध से पहले 750 क्यूसेक और फिर 1000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से अभी तक स्थिति में कोई फर्क नहीं आया है। दूषित और बदरंग पानी के मामले अब भी सामने आ रहे हैं।
दूषित पानी के कारण बीमारियां फैलने का डर हैं। एक क्षेत्र ही नहीं बल्कि विभिन्न अंचलों में दूषित पानी आने से जल जनित रोगों की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों में भी डर का माहौल है। इस बारे में जब शासकों से पूछा गया तो उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा कि इस प्रकार का दूषित पानी जलापूर्ति लाइन में लीकेज के कारण आ रहा है।
नगर पालिका द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे पानी की कोई समस्या नहीं है। लेकिन सवाल उठता है कि अगर जलापूर्ति लाइन में ही फॉल्ट है तो हर जोन में फॉल्ट होना कैसे संभव हो सकता है। एक जोन में कुछ सोसायटीओं में ऐसी समस्या हो तो समझ में आता है, लेकिन वही समस्या अलग-अलग जोन में दिख रही है।