सूरत : बारहवीं का छात्र साइकिल से केदारनाथ बाबा के दर्शन के ‌लिए निकला

सूरत से केदारनाथ साइकिल यात्रा

सूरत :  बारहवीं का छात्र साइकिल से केदारनाथ बाबा के दर्शन के ‌लिए निकला

17 साल का रोहित सूरत से साइकिल पर केदारनाथ यात्रा पर निकला

सूरत से केदारनाथ तक की लगभग 1500 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा की शुरुआत कक्षा-12 के छात्रों ने की है। युवक सोमवार सुबह 11 बजे सूरत से चलकर पांच दिन के अंतराल के बाद राजस्थान पहुंचा है। लक्ष्य इस तरह आगे बढ़ रहा है कि 16 से 17 दिन में युवा केदारनाथ पहुंचेंगा।

साइकिल से भोलेनाथ की यात्रा

भोलेनाथ की चारधाम यात्रा के दौरान कई भक्त दादा के दर्शन के लिए केदारनाथ यात्रा पर जाते हैं। भक्त बस, कार या हेलीकॉप्टर से दादा के दर्शन स्थल तक पहुंचने की कोशिश करते हैं, लेकिन सूरत का एक 17 वर्षीय युवक एक अजीब संकल्प के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए निकला है। सूरत के भेस्तान स्थित शांतिवन रेजीडेंसी में रहने वाले रोहित जाह नाम के 17 वर्षीय युवक ने एक अजीबोगरीब फैसला लिया है और वह साइकिल से केदारनाथ की यात्रा पर निकल पड़ा है। युवक उत्तराखंड में केदारनाथ दादा के दर्शन के लिए साइकिल से सूरत से निकला है। रोहित ने 'जय भोलेनाथ' के नारों और जयकारे के साथ सोमवार सुबह 11 बजे सूरत से साइकिल से सफर शुरू किया, जबकि आज वह पांच दिन के अंतराल के बाद राजस्थान पहुंचा है।

1500 किमी का सफर साइकिल से शुरू किया

रोहित सूरत से केदारनाथ तक 1500 से 1600 किमी से अधिक की दूरी साइकिल से तय कर बाबा के मंदिर पहुंचेंगे। रोहित रोजाना करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। जिसके अनुसार वह अगले 15 से 16 दिनों में केदारनाथ भोले बाबा मंदिर पहुंचेंगे।

12वीं कक्षा की परीक्षा पूरी करने के बाद वे बाबा की यात्रा पर निकल पड़े

अकेले साइकिल पर केदारनाथ के लिए निकले17 वर्षीय युवक रोहित ने अब 12वीं की कॉमर्स बोर्ड की परीक्षा दी है। अपनी बोर्ड परीक्षा पूरी करने के बाद, सूरत से केदारनाथ तक साइकिल चलाने का फैसला किया। छोटी उम्र में ही रोहित ने बिना किसी के सहारे के सूरत से केदारनाथ तक साइकिल से सफर करने का अजीबोगरीब रोमांचका यात्रा का आयोजन किया है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले रोहित जाह ने कहा, मैं बीते सोमवार सुबह 11 बजे सूरत से केदारनाथ के लिए निकला था मैं आज पांचवें दिन राजस्थान पहुंचा हूं। मैं लंबे समय से केदारनाथ जाना चाहता था। पहले तो साइकिल से नहीं जाना चाहता था, फिर साइकिल से केदारनाथ जाने का फैसला किया।

साइकिल पर सफर करने से पहले खूब अभ्यास किया

रोहित ने आगे कहा, साइकिल से केदारनाथ जाने से पहले मैंने काफी अभ्यास किया था। लंबी दूरी तय करने के लिए साइकिल चलाने का अभ्यास करते थे। रोजाना 50 से 60 किलोमीटर साइकिल चलाने का अभ्यास किया। मैंने हाल ही में अपनी कक्षा 12वीं की परीक्षा भी पूरी की है क्योंकि मैं केदारनाथ जाने से पहले साइकिल से सूरत से मुंबई गया था। इसलिए अब मैं अपने निर्णय के अनुसार केदारनाथ के लिए रवाना हो गया हूं।

16 से 17 दिनों में केदारनाथ पहुंचने का लक्ष्य है

पहले सोचा था कि 9 अप्रैल को केदारनाथ जाऊं। हालांकि, वह 10 अप्रैल सोमवार को भोलेबाबा के पावन दिन अपने परिवार और दोस्तों के कहने पर साइकिल से केदारनाथ के लिए रवाना हो गए। 16 से 17 दिन में केदारनाथ पहुंचने का लक्ष्य है। प्रतिदिन 100 किमी साइकिल चलाने का लक्ष्य रखें। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने से पहले बाबा के द्वार पर पहुंचकर दर्शन करने की इच्छा है। फिलहाल मैं राजस्थान पहुंच गया हूं, देखते हैं मैं कितने समय में पहुंच पाता हूं।

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