सूरत : हार्ट अटैक रोकने की कोशिश, भाजपा द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण अभियान

भाजपा प्रदेश डॉक्टर सेल का आयोजन

सूरत : हार्ट अटैक रोकने की कोशिश, भाजपा द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण अभियान

सिविल अस्पताल में 3000 और स्मीर अस्पताल में 2700 कर्मियों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया

कोरोना के बाद पूरे प्रदेश में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं, राज्य सरकार और भारतीय जनता पार्टी के चिकित्सक प्रकोष्ठ द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण की योजना बनाई गई है। सूरत सहित समग्र गुजरात के 38 मेडिकल कॉलेजों में 1200 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा एक साथ 65000 व्यक्तियों को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण दिया गया।

पाटिल की मौजूदगी में सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई

भारतीय जनता पार्टी के चिकित्सक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण अभियान का शुभारंभ सूरत नवी सिविल अस्पताल में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद  सीआर पाटिल ने गृह राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी की उपस्थिति में किया। पूरे दिन के दौरान सिविल अस्पताल में 140 डॉक्टरों ने 3000 और स्मीमेर अस्पताल में 2700 भाजपा कार्यकर्ताओं को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया।

विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हार्ट अटैक के समय प्राथमिक उपचार कैसे दिया जाए, इसकी जानकारी दी। मरीजों को जल्द से जल्द बेहतर इलाज कैसे मुहैया कराया जाए, इस बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।  सीपीआर प्रशिक्षण एक व्यक्ति के जीवन को बचा सकता है यदि एक सीपीआर-प्रशिक्षित व्यक्ति किसी व्यक्ति को तत्काल दिल का दौरा पड़ने और अस्पताल ले जाने के समय के बीच मौजूद है। कार्यक्रम में आपातकालीन सेवा के 108 कर्मियों को सम्मानित किया गया।

एक दिन में 60,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण का रिकोर्ड 

इस मौके पर सांसद ने कहा कि पिछले ढाई साल में डॉक्टरों ने विशेष कार्य कर केंद्र सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य अभियान को प्रदेश में सफल बनाया है।  आज सीपीआर प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है, जो पूरे राज्य में 60 हजार से अधिक लोगों को यह प्रशिक्षण देने का प्रयास है, अब तक एक दिन में 26 हजार लोगों को प्रशिक्षण देने का रिकॉर्ड है, आज गुजरात में एक रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए आज हमने एक दिन में 60,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देने का प्रयास किया है।

कोरोना के बाद ऐसे कई मामले देखे गए हैं जिनमें अटैक और इलाज के बीच का समय होने पर व्यक्ति की जान जाने की संभावना रहती है, अगर तुरंत इलाज मिल जाए तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। एक प्रशिक्षित व्यक्ति, यदि मौजूद हो, तो उस व्यक्ति को उपचार देगा जिसके कारण सीपीआर से अस्पताल ले जाने के बीच के अंतराल में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती थी। कोरोना के बाद कई लोगों की मौत हो चुकी है, यहां तक ​​कि नौजवानों की भी।

इसी तरह नवसारी, वलसाड सहित पूरे दक्षिण गुजरात में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। करीब 140 डॉक्टर प्रशिक्षण के लिए सूरत आ चुके हैं। कोरोना के समय में बहुत अच्छा कार्य करने वाले डॉक्टरों ने अपनी जान की चिंता किये बिना सेवा की है, जो बहुत बधाई के पात्र है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से जिस किसी भी व्यक्ति को तत्काल इलाज मिल जाएगा और उसकी जान बच जाएगी, इस योजना के माध्यम से कई लोगों की जान बच जाएगी।

कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री हर्ष भाई संघवी, विधायक पूर्णेशभाई मोदी, संगीताबेन पाटिल, मनुभाई पटेल, सूरत महानगर मेडिकल सेल के अध्यक्ष डॉ. शिरीषभाई,  आर.एम.ओ. डॉ. केतन पटेल, गुजरात नर्सिंग काउंसिल के इकबाल काडीवाला, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. रितुंभरा मेहता, चिकित्सा विभाग के अधिकारी, चिकित्सक, नगरसेवक, अधिकारी और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

 

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