सूरत : कुत्ते के काटने से इलाज के दौरान आठवें दिन युवक की मौत 

इससे पहले भी कुत्ते के काटने से बच्चों की मौते हुई है

सूरत : कुत्ते के काटने से इलाज के दौरान आठवें दिन युवक की मौत 

मृतक के आसपास के पूरे घर को भी नगर निगम की टीम ने चेक किया। इलाके में ऑपरेशन चलाए गए हैं

सूरत में आवारा कुत्तों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। उस समय वेडरोड क्षेत्र के लक्ष्मीनगर सोसायटी में रहने वाले एक युवक को एक महीने में दो बार श्वान ने काटा था और उसका इलाज किया गया था। बाद में स्मीमेर अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। जिससे कुत्तों का मुद्दा फिर से उठ खड़ा हुआ है। हालांकि यह पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगा कि युवक की मौत कुत्ते के काटने से हुई है या नहीं। 

कुत्ते के काटने के बाद तबीयत बिगड़ी थी

सूरत के वेड रोड इलाके के लक्ष्मीनगर में रहने वाले राजन नाम के एक युवक को कुत्ते ने काट लिया था। इसके बाद उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। राजन को कुत्ते ने एक महिने में दो बार काटा था। 28 वर्षीय राजन को कुत्ते के काटने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्मीमेर अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

नगर निगम की टीम हरकत में आयी 

फरवरी में पहली बार राजन को कुत्ता काटा था। इस के आठ दिन पहले कुत्ते ने फिर से काट लिया। राजन को तुरंत इलाज के लिए स्मीमेर अस्पताल में चिकित्सा के लिए भर्ती किया गया था। सूरत मनपा की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। कुत्तों के काटने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। कुत्तों को काबू में रखने के लिए निगम ने अभियान शुरू कर दिया है। लेकिन ये चुनौतियां कम नहीं हो रही हैं।

असली कारण पीएम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा

नगर पालिका के अपर बाजार अधीक्षक डॉ. राजेश गिलानी ने बताया कि राजन को कुछ दिन पहले वेड रोड इलाके में कुत्ते ने काट लिया था। इसके बाद उपचार दिया जाता है। उन्होंने उसका इलाज भी किया। लेकिन उन्हें लगातार चक्कर आने और बेहोशी की शिकायत थी। आमतौर पर कुत्ते के काटने के बाद इस तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होती है। एक पागल कुत्ते के अलग-अलग लक्षण होते हैं। कुत्ते ने दूसरी बार काटा है ऐसा राजन ने कहा था । लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है। फिलहाल अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है और उसके बाद ही उनकी मौत के पीछे की सही वजह का पता चल पाएगा।

कुत्ते के काटने के बाद गेंगरीन हुआ था 

जिस घर में राजन रहता था, उसके मालिक तेजाभाई चेलाभाई देसाई ने कहा कि राजन को कुत्ते ने दो बार काटा था। उसे शराब पीने की भी आदत थी। राजन समेत 3 लोग कलर का काम कर रहे थे। राजन को कुत्ते ने पैर में कांटा और मांस का लोचा बाहर निकाला था। बाद में उसका पैर काला पड़ गया, जैसे गैंग्रीन हो गया हो, उसके लिए उसने दवा भी खाई।

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