सूरत  :  स्वस्तिक टेक्सटाईल मार्केट के निवेशकों का बिल्डरों के सामने आक्रोष

निवेशकों ने कहा कि ब्याज सहित रुपये लौटाएं या कानूनी कार्रवाही को तैयार रहें

सूरत  :  स्वस्तिक टेक्सटाईल मार्केट के निवेशकों का बिल्डरों के सामने आक्रोष

बिल्डरों ने बैंक से लोन लेकर प्रोजेक्ट जल्द शुरू कराने का आश्वासन दिया

सूरत - सरोली स्थित स्वस्तिक टेक्सटाइल मार्केट के बिल्डर्स पर 200 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप निवेशकों ने लगाया है। आरोप है कि नवनिर्मित मार्केट में बिल्डरों ने 150 व्यापारियों से 200 करोड़ों से अधिक रुपये वसूले और मार्केट का प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। 2015 से आज तक केवल 25 प्रतिशत निर्माणकार्य के बाद प्रोजेक्ट का कार्य बंद पड़ा है। सात-आठ सालों के बाद भी निवेशकों को दुकान नहीं दे पाए हैं । इसके कारण बड़ी संख्या में आक्रोषित व्यापारियों-निवेशकों ने मार्केट के कार्यालय पर विरोध जताया है। 

सूरत में बिल्डर बड़े बडे़ वादे कर दुकानदारों से बुकिंग लेना शुरू कर देते हैं। ऐसा ही कुछ परवत पाटिया कंगारू सर्कल के पास मिडल रिंगरोड पर स्थित स्वस्तिक टेक्सटाईल मार्केट के पांच बिल्डरों के समुह ने किया। आरोप है कि इन्होंने प्रोजेक्ट शुरू करके साल 2015 में बुकिंग शुरू की। उस समय व्यापारियों ने दुकान बुक कर ली और बिल्डरों को करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया। लेकिन आज तक दुकानों का निर्माण नहीं हो पाने पर दुकानदारों, व्यापारियों, निवेशकों में रोष है।

रविवार सुबह बड़ी संख्या में व्यापारी निवेशक मार्केट के निर्माण स्थल पर बिल्डर के कार्यालय पहुंचे थे। व्यापारियों का आरोप है कि बिल्डरों ने करोड़ों रुपये लेकर उनसे ठगी की गई है। छोटे-छोटे व्यापारियों ने इस प्रोजेक्ट में दुकान बुक कर लाखों-करोड़ों रुपये का निवेश किया है। कई दुकानदारों ने अपना घर, ऑफिस, गहने गिरवी रखकर इस प्रोजेक्ट में निवेश किया था। आज सात-आठ सालों के बाद भी प्रोजेक्ट का काम बंद पड़ा है। 

निवेशकों ने बिल्डरों पर आरोप लगाया है कि इस मार्केट में जो पांच मुख्य बिल्डर हैं उनमें तालमेल का अभाव है। इन पांचों बिल्डरों ने इस प्रोजेक्ट के 600 दुकानों के ल‌िए करोड़ों रुपये का एडवांस बुकिंग लेने के बाद इस प्रोजेक्ट का काम रोक दिया है। इन बिल्डरों के दूसरे प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इसलिए इस प्रोजेक्ट में निवेश करने वाले दुकानदारों ने बिल्डरों पर आरोप लगाया है कि उनके साथ बिल्डरों ने ठगी की गई है। 

बिल्डरों द्वारा प्रोजेक्ट पूरा नहीं किये जाने के कारण निवेशकों को दुकान नहीं मिल पा रही है और उनकी पूंजी फंस गई है। निवेशकों का कहना है कि आज मार्केट कार्यालय पर एकत्रित होने के बाद वह बिल्डरों के घर पर जाकर धरना देंगे। बिल्डरों के अन्य प्रोजेक्ट साईट पर जाकर उन साईट के निवेशकों को इस बारे में अवगत करायेंगे। रेरा, पुलिस आयुक्त, ग्राहक कोर्ट के समक्ष शिकायत करेंगे। ज्यादातर निवेशक बिल्डरों से रुपये वापस मांग रहे हैं। इसलिए आज की बैठक में सभी निवेशकों ने बिल्डरों से ब्याज सहित रुपये की मांग की या कितने समय में दुकान बनाकर दे रहे हो ऐसा स्टेम्प पेपर पर लिखित मांग की।

इस प्रोजेक्ट के पांचों बिल्डरों को आज स्थल पर बुलाया गया था। सूत्रों के अनुसार बिल्डरों का कहना है कि उन्होंने बुकिंग लेने के बाद काम शुरू किया था। उसके बाद नोटबंदी, आर्थिक मंदी तथा उसके कुछ समय बाद कोरोना महामारी के कारण प्रोजेक्ट बंद रखना पड़ा। इस दौरान बैंक से फायनान्स को लेकर प्रोजेक्ट में दिक्कत आ रही थी। निवेशकों से बैठक में सहमती लेकर जल्द ही निर्माण शुरू किया जाएगा और जल्द ही दुकानें व्यापारियों को सौंप दी जाएंगी।

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