सूरत :  एक दिन में दो ब्रेनडेड लोगों का अंगदान; फेफड़े, लिवर, किडनी व नेत्रदान से 10 लोगों को दी नई जिंदगी

डोनेट लाईफ संस्था द्वारा परिवार के सदस्यों को अंगदान की जानकारी दी गई

सूरत :  एक दिन में दो ब्रेनडेड लोगों का अंगदान; फेफड़े, लिवर, किडनी व नेत्रदान से 10 लोगों को दी नई जिंदगी

परिवार ने अंगदान का फैसला किया, दूसरों के जीवन में उजाला हो गया

डोनेट लाइफ संस्था के सहयोग से अंकलेश्वर के श्रीमती जयाबेन मोदी अस्पताल और सूरत के किरण अस्पताल से एक ही दिन में दो ब्रेनडेड लोगों का अंगदान किया गया। जिससे अंग विफलता से पिडित 10 लोगों को नया जीवन मिला है। 

डोनेट लाइफ के माध्यम से प्रजापति समाज के ब्रेन डेड जयेश ठाकोरभाई प्रजापति उम्र .42 के परिवार के सदस्यों ने जयेशभाई के फेफड़े, लिवर, किडनी और आंखें तथा लेउवा पटेल समाज के ब्रेन डेड सतीशभाई भोगीलाल पटेल उम्र 56  के परिवार ने सतीशभाई का लिवर, किडनी और आंखें डोनेट कर 10 लोगों को नया जीवन दिया और समाज को एक नई दिशा दिखाई।

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ब्रेनडेड व्यक्ति का परिवार के सदस्य अंतिम दर्शन करते हुए

 

टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत अब देश में ऑर्गन डोनर सिटी के तौर पर मशहूर हो रहा है। मांडवी के निवासी जयेश प्रजापती मांडवी में भारी वाहन के मिकेनिक का काम करते थे।  21 मार्च को जयेश अपने दोस्तों के साथ सागबारा में देवमोगरा माता मंदिर देखने गए थे।

दर्शन करने के बाद जयेश अपने दोस्तों के साथ मंदिर के पास झोपड़ी में खाना खाने चला गया। जयेश लघुशंका के लिए झोपड़ी के पीछे वाली खुली जगह पर चला गया। वहां गलती से उसका पैर फिसल गया और वह 10/12 फीट नीचे गिर गया और सिर में गंभीर चोट लगने से बेहोश हो गया।

जयेश डेडियापाडा के सरकारी अस्पताल में  प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे आगे के इलाज के लिए  डॉ. श्रीमती जयबेन मोदी अस्पताल अंकलेश्वर रेफर कर दिया गया। न्यूरोसर्जन जयपाल सिंह गोहिल के उपचार में निदान के लिए सीटी स्कैन पर ब्रेन हेमरेज का पता चला था। चिकित्सको ने जयेशभाई को ब्रेन डेड घोषित किया। डोनेट लाइफ भरूच टीम के सदस्य संजयभाई तलाती और जयेश की बुआ के बेटे दर्शनभाई ने डोनेट लाइफ के संस्थापक-अध्यक्ष नीलेश मंडलेवाला से टेलीफोन पर संपर्क किया।अंगदान की प्रक्रिया समजाने के बाद परिवार के सदस्यों ने अंगदान की सहमति दी। 

एक अन्य घटना में हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। बी-2,104 अक्षरधाम कॉम्प्लेक्स, छपराभाठा रोड, अमरोली में रहने वाले और कटारगाम जीआईडीसी में बुनाई विभाग में पर्यवेक्षक के रूप में काम करने वाले सतीशभाई 21 मार्च को दोपहर 1.30 बजे अपनी मोटरसाइकिल पर दोपहर 1.30 बजे जा रहे थे।

जब उनकी मोटरसाइकिल दुर्घटना के कारण फिसल गई। गजेरा सर्किल जलाराम खमन के पास नीचे गिर जाने सिर में गंभीर चोट लगने से बेहोश हो गया। उसे तुरंत सूरत के किरण अस्पताल के डॉ. न्यूरोसर्जन के पास रेफर किया गया।  डायग्नोस्टिक सीटी स्कैन से ब्रेन हेमरेज का पता चला। चिकित्सकों ने सतीशभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया।

किरण अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. मेहुल पांचाल ने डोनेट लाइफ के संस्थापक अध्यक्ष नीलेश मंडलेवाला से संपर्क किया। सतीशभाई के परिवार के सदस्यों को अंग दान और पूरी प्रक्रिया के महत्व को समझाने के बाद सहमती मिली। एक दिन में दो ब्रेनडेड लोगों के अंगदान से दस जरूरतमंद लोगों को नया जीवन मिला। 

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