सूरत : 9वें नेशनल HR कॉन्क्लेव में नौसेना प्रमुख का मंत्र; "समाज को रोबोट की नहीं, संवेदनशील इंसानों की ज़रूरत

सरसाना में जुटे देशभर के HR दिग्गज; एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने एंटरप्रेन्योर्स को सिखाया 'बरगद' जैसा लीडरशिप मॉडल

सूरत : 9वें नेशनल HR कॉन्क्लेव में नौसेना प्रमुख का मंत्र;

सूरत। सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा आयोजित 9वें नेशनल HR कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन बुधवार को सरसाना स्थित प्लैटिनम हॉल में किया गया।

इस गौरवशाली कार्यक्रम में भारतीय नौसेना के प्रमुख (Chief of the Naval Staff) एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने नौसेना के अनुशासन और नेतृत्व की बारीकियों को कॉर्पोरेट जगत के साथ साझा किया।

प्रदान किए गए मूल इनपुट में वर्ष 2022 का उल्लेख था, परंतु वर्तमान संदर्भ और अन्य अधिकारियों की भूमिका को देखते हुए यह आयोजन दिसंबर 2025 की श्रृंखला का हिस्सा है।

एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने लीडरशिप पर एक गहरा दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। ब‌न‌ियान ट्री फंडा: उन्होंने कहा कि एक सच्चा लीडर बरगद के पेड़ की तरह होता है, जो अपनी टीम को सुरक्षा और भरोसा प्रदान करता है।

एक सफल लीडर वह है जो अपने जाने के बाद भी संस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए एक स्थायी व्यवस्था तैयार करता है। प्रभावी लीडर अपना 70% काम दूसरों को सौंपता है, ताकि टीम में जिम्मेदारी की भावना और नए लीडर्स विकसित हो सकें।

एथिक्स, सस्टेनेबिलिटी और फ्यूचर स्ट्रैटेजी पर मंथन। कॉन्क्लेव में कॉर्पोरेट जगत की दिग्गज हस्तियों ने बदलते व्यापारिक परिवेश पर अपने विचार रखे।

एक्सेंचर इंडिया की CHRO सुश्री लक्ष्मी सी. ने कहा कि हाई-स्पीड बिजनेस की दुनिया में नैतिक संस्कृति  बनाना अनिवार्य है, जहाँ कर्मचारी बिना डरे अपनी बात रख सकें।

L&T के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री अरुण रामचंदानी ने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा कि मुनाफा और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना ही आज का जिम्मेदार बिजनेस मॉडल है।

पीपल मैटर्स के CEO श्री पुष्करराज बिडवई ने कहा कि लोग केवल खर्च नहीं, बल्कि सबसे बड़ी संपत्ति हैं। जब कर्मचारी संस्था के मकसद से जुड़ते हैं, तो इनोवेशन अपने आप बढ़ता है।

सोलेक्स एनर्जी के MD डॉ. चेतन सेठ ने बताया कि कैसे HR अब केवल एडमिनिस्ट्रेटिव काम तक सीमित न रहकर बिजनेस ग्रोथ में सीधा योगदान दे रहा है।

कार्यक्रम के दौरान एक उच्च स्तरीय पैनल डिस्कशन हुआ, जिसमें L&T, खजाना ग्रुप, P.P. सवाणी यूनिवर्सिटी और लेबर लॉ विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कॉन्क्लेव की रूपरेखा डॉ. नीरव मंदिर ने प्रस्तुत की।

एडमिरल त्रिपाठी ने अंत में छात्रों और पेशेवरों को अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़ने की सलाह दी, ताकि वे केवल मशीन की तरह काम न करें, बल्कि एक विचारशील इंसान के रूप में समाज में योगदान दे सकें।

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