सूरत : एयरपोर्ट पर अब रात में पार्क हो सकेंगे 9 विमान

एप्रन के लिए हरी बत्ती मिलने में आखिरकार 6 महीने लग गए

सूरत : एयरपोर्ट पर अब रात में पार्क हो सकेंगे 9 विमान

एयरलाइंस के साथ नई उड़ानें शुरू होने से रात में पार्किंग मिल सकेगी, प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी

छह महीने से अधिक समय से हवाईअड्डे पर लंबित एप्रन ( विमान पार्किंग स्थल )को आखिरकार मंजूरी दे दी गई है। प्रशासन द्वारा सूरत एयरपोर्ट के लिए 6 नए पार्किंग स्थल मंजूर किए जाने से आने वाले दिनों में एयरलाइनों द्वारा नाइट पार्किंग चाहने की संभावना बढ़ गई है। इसके अलावा, सूरत हवाई अड्डे को आने वाली उड़ानों के लिए पार्किंग प्रदान करने के लिए किराये की आय भी प्राप्त हो सकती है।

इसके साथ ही टिकट के किराए में भी कमी आने की संभावना है। वर्तमान में केवल 5 विमान पार्किंग स्थल हैं। नए 6 को मंजूरी मिलने के बाद अब कुल 11 विमान पार्क किए जा सकते हैं। हालांकि, एक स्लॉट इमरजेंसी के लिए और दूसरा एक्सप्रेस के लिए रिजर्व रखना होता है। यानी आने वाले दिनों में कुल 9 विमान खड़े किए जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2019 में सूरत एयरपोर्ट के विकास के लिए 350 करोड़ की परियोजना को हरी झंडी दी थी। परियोजना के विकास के साथ पहले सूरत में 5 विमान पार्किंग स्थान थे। नए टर्मिनल भवन और अन्य परियोजनाओं के विकास के साथ हवाई अड्डे पर विमानों के लिए पार्किंग का निर्माण भी शुरू किया गया। पिछले सितंबर में एयरपोर्ट पर 6 एप्रन (फ्लाइट पार्किंग स्पेस) के लिए मंजूरी मांगी गई थी। इसके लिए डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने एक सर्वे भी किया और सभी जरूरी रिपोर्ट मांगी।

दिल्ली से एप्रन के लिए हरी झंडी मिलने को 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं। एक फ्लाइट रात में सूरत एयरपोर्ट पर पार्क हो सकती है और सुबह-सुबह सूरत से फ्लाइट ऑपरेट करने के बाद देर रात सूरत पहुंच सकती है। 2022 में दो-तीन एयरलाइंस के सूरत से रवाना होने के पीछे पार्किंग भी एक वजह थी।

नई पार्किंग से मिलेगा राजस्व, यात्रियों के किराए में कटौती

एयरपोर्ट को 6 नई पार्किंग की मंजूरी मिलने से सूरतवासियों को भी फायदा होगा। जिसमें एयरपोर्ट को रेंटल इन्कम मिलेगी। रात में किसी भी फ्लाइट के रुकने से एयरपोर्ट को सीधा रेवेन्यू मिलेगा। इसके अलावा सूरत के लोगों को सस्ते टिकट मिलने से फायदा होगा जहां यह फ्लाइट सुबह जल्दी जाएगी। सालों पहले सूरत से मुंबई के लिए इंडिगो की एक फ्लाइट थी, जो देर रात आती और सुबह जल्दी चली जाती थी। इस फ्लाइट ने हर महीने औसतन 10 हजार यात्रियों को ढोया। लोगों ने इस फ्लाइट को अब फिर से शुरू करने की मांग भी की।

Tags: Surat