सूरत : ब्रेन डेड मैकेनिकल इंजीनियर के हृदय-फेफड़े सहित अंगों के दान से 7 लोगों की जिंदगी रोशन हुई 

डोनेट लाईफ संस्था की मदद से परिवार के सदस्यों ने अंगदान किया

सूरत : ब्रेन डेड मैकेनिकल इंजीनियर के हृदय-फेफड़े सहित अंगों के दान से 7 लोगों की जिंदगी रोशन हुई 

बुलेट स्लीप हो जाने पर युवक के सीर में गंभीर चोट आई थी, चिकित्सा के दौरान ब्रेनडेड घोषित हुआ 

सूरत के हिंदू तलपदा कोली पटेल समाज के ब्रेन डेड 24 वर्षीय  शैशव गिरीशभाई पटेल के परिवार ने डोनेट लाईफ के माध्यम से शैशव का दिल, फेफड़े, लिवर, किडनी और आंखें दान कर सात लोगों को नई ज़िंदगी प्रदान की है। 

भरूच जिले के अंकलेश्वर तहसिल में हजात गांव के मोटा फलिया के निवासी 24 वर्षीय शैशव  वाले मैकेनिकल इंजीनियर की पढाई करने के बाद गांव में किसानी का काम कर रहा था। 13 मार्च की रात 8.30 बजे अपनी बुलेट पर सुणेव गांव से अपने गांव हजात जा रहा था। तभी तरिया बस स्टैंड साजोद के पास बुलेट फिसल गई। बुलेट से नीचे गिर गया जिससे सिर में गंभीर चोट लगने से वह बेहोश हो गया। परिजन ने उसे तुरंत अंकलेश्वर के जयाबेन मोदी अस्पताल में भर्ती कराया। निदान के लिए सीटी स्कैन किया गया और ब्रेन हेमरेज और ब्रेन सूजन का निदान किया गया। सूरत के एम्स सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल में 17 मार्च को न्यूरोसर्जन चिकितस्कों ने ब्रेनडेड घोषित किया। 

डोनेट लाईफ संस्था ने अंगदान के लिए समझाया

वालिया पुलिस इंस्पेक्टर करण सिंह चुडास्मा और शैशव की बहन निधि ने डोनेट लाइफ के संस्थापक और अध्यक्ष नीलेश मंडलेवाला से टेलीफोन पर संपर्क कर शैशव की ब्रेन डेड होने की जानकारी दी और अंग दान करने की इच्छा जताई। अंग दान की पूरी प्रक्रिया के बारे में डोनेट लाईफ संस्था द्वारा शैशव के परिजनों को जानकारी दी गई। शैशव के पिता गिरीशभाई, माता मनीषाबेन और बहन निधि ने अंगदान के लिए सहमति दी। शैशव के परिवार में उनके माता-पिता खेती के व्यवसाय से जुड़े हैं, बहन निधि दहेज में दीपक फाउंडेशन नामक संस्था में काऊन्सीलर के रूप में काम करती हैं।

सूरत के महावीर अस्पताल में कोसंबा के एक 22 वर्षीय व्यक्ति में हृदय का प्रत्यारोपण किया गया, अहमदाबाद के केडी अस्पताल में अहमदाबाद की एक 40 वर्षीय महिला में फेफड़े का प्रत्यारोपण किया गया है। अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में लिवर ट्रांसप्लांट किया गया। जबकि दोनों किडनी का ट्रांसप्लांट अहमदाबाद के अस्पताल में किया जाएगा। सूरत के महावीर अस्पताल से फेफड़े, लिवर और किडनी को अहमदाबाद के के.डी अस्पताल और अहमदाबाद के ज़ाइडस अस्पताल तक समय से पहुँचाने के लिए सूरत सिटी पुलिस द्वारा तीन ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया गया था। ब्रेनडेड शैशव के अंगदान ने सात लोगों को नई जिंदगी दी। 

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