सूरत  : सब्सिडी वाले नीमकोटेड यूरिया का डाईंग मिल में उपयोग करने का भंडाफोड़

क्राईम ब्रान्च ने मिल मालिक और सिक्युरीटी गार्ड को गिरफ्तार किया

सूरत  : सब्सिडी वाले नीमकोटेड यूरिया का डाईंग मिल में उपयोग करने का भंडाफोड़

सूरत क्राइम ब्रांच ने पांडेसरा इलाके में स्थित राधे राधे डाइंग एंड प्रिंटिंग मिल के मालिक सहित दो लोगों को अवैध रूप से कृषी में इस्तेमाल होने वाले सब्सिडी वाले नीम कोटेड यूरिया खाद का मिल में उपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

अवैध सब्सिडी वाला यूरिया जब्त

सूरत सिटी क्षेत्र में कृषि अधिकारी के रूप में कार्यरत विशाल कुमार कोराट और पुलिस टीम ने 6 फरवरी को आरोपी सत्येंद्रसिह राजेशसिह बलरामसिह राजपूत के पांडेसरा जय अंबे नगर में छापा मारा और सब्सिडी वाले रसायन के रूप में लगभग 50 किलोग्राम नीम कोटेड यूरिया जब्त किया। नीम कोटेडे सब्सिडीवाला यूरिया कृषी में उपयोग के बदले अन्य औद्योगिक उपयोग हेतू 50 किलोग्राम की 52 बैग का संग्रह किया हुआ था। इस मामले में पांडेसरा थाने में मामला दर्ज किया गया था।

यूरिया लाने वाले को गिरफ्तार करने के लिए चक्र गतिमान 

इससे पहले पुलिस ने इस अपराध में आरोपी सत्येंद्रसिह राजेशसिह बलरामसिह राजपूत और आरोपी रियाज इब्राहिम इस्माइलभाई वोरा को गिरफ्तार किया था। आरोपी सत्येंद्र सिंह राजपूत ने पांडेसरा के कुंदन मिश्रा नाम के व्यक्ति से अवैध यूरिया की मात्रा प्राप्त करने का दावा किया था।

मोबाइल नंबर के आधार पर पकड़ा गया

सूरत के पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में कमर कस ली और पर्दे के पीछे से आपराधिक भूमिका निभाने वालो को खोजने और अपराध की जड़ तक पहुंचने के लिए जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। लिहाजा सूरत क्राइम ब्रांच ने आरोपी सत्येंद्रसिह राजपूत से दोबारा गहराई से पूछताछ की और उसके मोबाइल नंबर की जानकारी हासिल की तो जांच करने पर पता चला कि आरोपी राधे राधे डाइंग एंड प्रिंट मिल में सिक्योरिटी सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। उस मिल का मालिक सोनू अग्रवाल अपनी मिल में औद्योगिक इकाई में प्रयोग होने वाले यूरिया खाद की जगह  खेती के लिए सरकार द्वारा अनुदानित नीम कोटेड यूरिया उर्वरक को अवैध रूप से खरीद कर उपयोग कर रहा था। 

यूरिया खरीद के फर्जी बिल

पुलिस ने राधे राधे डाइंग और प्रिंट मिल के मालिक सोनू अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस जांच में पता चला कि सोनू अग्रवाल कुंदन मिश्रा नाम के एक कोयला आपूर्तिकर्ता से यूरिया खाद की मात्रा के झूठे बिल बना रहे थे। ताकि यह स्थापित किया जा सके कि उन्होंने कानूनी तौर पर यूरिया खाद खरीदा हो। लिहाजा पुलिस ने कुंदन दिनेशभाई मिश्रा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया है और मामले की गहनता से जांच की है।

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