सूरत : घोड़ो में बीमारी दिखी तो दूल्हा और दुल्हन के लिए बैलगाडी ले आए! 

सूरत : घोड़ो में बीमारी दिखी तो दूल्हा और दुल्हन के लिए बैलगाडी ले आए! 

शादी में बारात और बग्गी में जूगाडु सूरतीओं ने बैलगाडी का उपयोग के साथ पारंपरिक प्रवेश शुरू कर दिया 

शादी जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना है,  इसलिए हर कोई शादी को लेकर बहुत उत्साहित रहता है। छोटे स्तर की शादी हो या फिर ग्रैंड कोई भी इसमें खलल नहीं डालना चाहता। आज हर मौके पर लोग नए-नए ट्रेंड ट्राई कर रहे है, फिर शादि ही क्यों न हो। आज हर शादी समारोह में कुछ न कुछ वैरायटीज जोड़ दी गई हैं। 

आज भी विशेष रूप से शादी की बारात में घोड़ा-गाड़ी पर घोड़ों के लिए चयन किया जाता है, लेकिन शहर में घोड़ों में फैली ग्लेंडर बीमारी के कारण शादी समारोह आयोजित करनेवाले परिवार भ्रमित हो रहे हैं। शहर के कुछ क्षेत्रों में घोडों में फैली ग्लेंडर बिमारी के कारण शादी या अन्य प्रसंगों में घोडे के इस्तेमाल पर रोक लगा दि गयी है। लेकिन इन सब स्थितियों के बीच भी सुरतियों को कुछ न कुछ नया करते रहते है। कोरोना के बाद लोग शादी समारोह के लिए समस्या का हल ढूंढ ही लेते हैं। फिर इस साल शादी के कार्यक्रम को खास बनाने के लिए दूल्हा-दुल्हन की एंट्री भी बेहद अनोखे अंदाज में की जा रही है। 

आज कल शादीयों में बैलगाड़ी का क्रेज

लोग कुछ नया करने के साथ-साथ परंपरा को बचाए रखने का भी ध्यान रख रहे हैं। जिससे आजकल शादी समारोह के दौरान शहरों में बैलगाड़ियों की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। अपनी बैलगाड़ी को विभिन्न आयोजनों में ले जानेवाले हार्दिकभाई धमेलिया कहते हैं, "पिछले महीनों में विभिन्न विवाह समारोहों में बैलगाड़ियों का क्रेज बढ़ा है क्योंकि हमारी पुरानी परंपरा के अनुसार शादी में दूल्हे को बैलगाड़ी में ले जाया जाता था। चूंकि शहरों में यह संभव नहीं है, इसलिए लोग कारों या बग्गियों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आज सुरतियों में बैलगाड़ी का क्रेज बढ़ गया है जो परंपरा को बचाए रखने के लिए कुछ नया करने के लिए उत्साहित हैं और नए भी दिखते हैं।

वर्तमान में सूरत में केवल 7 से 8 बैलगाड़ियां हैं इसलिए भारी मांग है। दुल्हन को प्रवेश द्वार से लेकर मंडप तक या गेट से घर तक ले जाने के लिए बैलगाड़ियों की मांग रहती है। बैलगाड़ी को आकर्षक बनाने के लिए हम उसे रोशनी और छतरियों से सजाते हैं।

Tags: Surat