सूरत :  इस सोसायटी को 13 सालों बाद मिला नीलामी का नोटिस,  लोगों का बिल्डर कार्यालय पर मोर्चा

सूरत :  इस सोसायटी को 13 सालों बाद मिला नीलामी का नोटिस,  लोगों का बिल्डर कार्यालय पर मोर्चा

1450 घरों की सोसायटी के नाम पर 23 करोड़ का बकाया होने की नोटीस जारी हुई 

सूरत में एक सोसायटी के नाम पर नीलामी की नोटिस  मिलने पर लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है। सूचना मिलते ही लोग बिल्डर के कार्यालय पहुंचे और हंगामा किया। इस मामले में बिल्डर ने लोगों को आश्वस्त किया कि नीलामी नहीं होगी लेकिन लोगों में भारी आक्रोष है।

सूरत के कामरेज तहसिल में शेखपुर इलाके में एक ऐसी घटना हुई है कि लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है। शेखपुर में हरिदर्शन सोसायटी को नीलामी का नोटिस मिलने से निवासियों को बड़ा झटका लगा है। मामले को लेकर बड़ी संख्या में सोसायटी के निवासी परेशान हो गए और बिल्डर के कार्यालय पहुंच गए।

ऐसा क्या हुआ कि नीलामी की नोटीस आ गई?

2009 में निर्माणाधिन सोसायटी के अचानक नीलामी की नोटिस से निवासियों में हड़कंप मच गया है। 13 साल बाद स्थानीय लोगों को पता चला कि जिस जमीन पर उनका घर बना है, उसे कर्ज पर लिया गया है। जिसमें से 23 करोड़ बकाया है जिसके चलते इसकी नीलामी का नोटिस भेजा गया है।

नोटिस के अनुसार सोसायटी को सामुहिक नीलामी की तिथि चार मार्च निर्धारित की गयी है। इस सोसायटी में कुल 1450 घर हैं। सोसायटी में रहने वाले रो हाउस के मालिकों को नोटिस मिलने के बाद सभी लोग बिल्डर के कार्यालय पहुंचे और हंगामा किया। सूबह काम पर पहुंचे लोगो को भी खबर पाकर बिल्डर के दफ्तर पहुंच गए।

बिल्डर के दफ्तर पर डेरा जमाए लोग 

जिस जमीन पर मकान बना है उस सोसायटी की समुहिक नीलामी के लिए प्रेस में नोटिस पढ़ने के बाद सुबह लोगों के पसीने छूट गए। इसके बाद सोसायटी के लोग जमा हो गए और बिल्डर के कार्यालय पहुंच गए। जिसमें वाहन की व्यवस्था नहीं होने पर महिलाए सोसायटी से टेम्पो में बैठकर बिल्डर के यहां पहुंची।

हरिदर्शन सोसायटी के निवासी ने अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा, "हम यहां रह रहे हैं और वर्तमान में अपने घर का लोन चुका रहे हैं। लेकिन हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जिस जमीन के लिए हम लोन दे रहे हैं, उस जमीन पर पहले से ही लोन कैसे ली हुई है?" हम कर्ज लेने जाते हैं तो हजारों कागज मांगे जाते हैं और हमें पता ही नहीं कि लोन ली हुई जमीन पर हमारा घर बना हुआ है।

बिल्डर के दफ्तर पहुंची सोनलबेन ने कहा, "अगर उनका जमीन का लोन पहले से चल रहा था तो बैंक हमें कैसे लोन दे सकता है? इस घटना में इन लोगों ने कामरेज मामलतदार और बैंकों से भी अपनी साठगांठ की होने का पुरा संशय है, इन्होंने दो दस्तावेज बनाकर लोन दिया है। यह मिलीभगत और बड़ी साजिश है।

बिल्डर का कहना है की नीलामी नहीं होने देंगे

यहां पहुंचे हरिदर्शन सोसायटी के लोगों का कहना है कि नीलामी को लेकर बिल्डर संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। सोनलबन ने कहा कि हमें नीलामी के 4 तारीख को लेकर आश्वासन दिया जा रहा है कि मैं नीलामी नहीं होने देंगे। इस संबंध में बिल्डर ने कहा कि सोसायटी की नीलामी नहीं होगी।

हमने बैंक से 45 दिन का समय मांगा है: बिल्डर

आरसी एंड कंपनी के बिल्डर रमेश हिरपरा ने कहा, हमें कुछ घरों का प्रोजेक्ट लोन चुकाना है। इसके लिए सभी घरों को नोटिस दे दिया है। हम उस रुपये का भुगतान करने की प्रक्रिया कर रहे हैं। हमने बैंक से 45 दिन और मांगे हैं। और इस बीच मैं इस लोन के मसले को हल कर लूंगा।

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