सूरत : फरिश्ता बनी 108 एंबुलेंस, आधी रात को हुआ आठ माह की गर्भवती का प्रसव 

सूरत : फरिश्ता बनी 108 एंबुलेंस, आधी रात को हुआ आठ माह की गर्भवती का प्रसव 

महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया

सूरत में 108 एम्बुलेंस वाकई गर्भवती महिलाओं के लिए फरिश्ता साबित हो रही है। एक बार फिर गर्भवती महिला की डिलिवरी 108 एम्ब्युलेन्स कर्मचारी ने करवाई। 108 एंबुलेंस में महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया और जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

गर्भवती महिलाओं के लिए 108 फरिश्ता समान

सूरत में चल रही 108 एंबुलेंस सेवा वाकई गर्भवती महिलाओं के लिए फरिश्ता साबित हो रही है। पिछले कई दिनों से ऐसे मामले आ रहे हैं जहां 108 एंबुलेंस कर्मचारी द्वारा गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई जाती है। पांडेसरा में देर रात एक और मामला सामने आया है जिसमें महिला की डिलीवरी 108 एंबुलेंस में ही हुई और महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया है।

सिविल अस्पताल ले जाते समय रास्ते में डिलीवरी

पांडेसरा के चिकुवाड़ी के पास श्रीराम कृति सोसाइटी की रहने वाली 30 वर्षीय गीतांजलिबेन गौड़ा आठ महीने की गर्भवती थी। इसी बीच उसे बीती आधी रात को अचानक प्रसव पीड़ा हुई जिसके चलते उनके पति सुधीरभाई गौड़ा ने 108 पर फोन कर पत्नी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाने के लिए कहा।108 एंबुलेंस में महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा था तो बीच रास्ते में ही महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी और सिविल तक पहुंचना संभव नहीं था। इसलिए 108 एंबुलेंस को तुलसीधाम बीआरटीएस आने वाली सड़क पर थोड़ा आगे खड़ा करना पड़ा। वहीं 108 के ईएमटी क र्मियों को महिला की डिलीवरी कराने की नौबत आयी।

डिलीवरी किट के जरिए महिला की डिलीवरी हुई

गर्भवती महिला गीतांजलिबेने असहनीय प्रसव पीड़ा से पीडि़त थी। साथ ही गर्भ में बच्चा भी बाहर आ गया। जिससे ईएमटी कर्मचारी चंद्रेश चौहान ने महिला की हालत देख एंबुलेंस को खड़ा कर दिया। ईएमटी कर्मियों ने महिला की स्थिति की सूचना कंट्रोल रूम को दी और स्थिति से अवगत कराया कि डिलीवरी किट से मौके पर ही प्रसव कराया जाए। जिसके आधार पर 108 कर्मचारी ने आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर रात तीन बजे 108 एंबुलेंस में महिला का प्रसव कराया। कर्मचारी ने डिलीवरी किट से महिला की सफल डिलीवरी कराई। जिसमें महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे। दोनों बच्चों का जन्म एक-एक किलोग्राम वजन के साथ हुआ है। सफल प्रसव के बाद 108 ने बच्चों व महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया।

परिवार ने 108 को धन्यवाद दिया

सुबह 3 बजे सुनसान सड़क के बीच 108 एंबुलेंस से महिला की सफल डिलीवरी के लिए परिवार ने 108 स्टाफ को धन्यवाद दिया। इस बारे में महिला के पति सुधीरभाई गौड़ा ने कहा कि 108 पर कॉल करके बुलाया और अस्पताल ले जाने से पहले मेरी पत्नी को108 में डिलीवरी करानी पडी। मेरी पत्नी ने दो बच्चों को जन्म दिया है। 108 का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। हम उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं। 108 के डॉक्टर की वजह से मेरी पत्नी और बच्चों की जान बची।

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