सूरत : उत्तरायण पर अंगदान; ब्रेन डेड मंजूबेन द्वारा दो किडनी और एक लीवर के दान से तीन लोगों को मिला नया जीवन 

सूरत : उत्तरायण पर अंगदान; ब्रेन डेड मंजूबेन द्वारा दो किडनी और एक लीवर के दान से तीन लोगों को मिला नया जीवन 

सूरत के सिंह परिवार ने उत्तरायण पर दान के महत्व को समझा। ब्रेन डेड मंजूबेन द्वारा दो किडनी और एक लीवर के दान से तीन लोगों को नई जिंदगी मिली।

12 जनवरी को उत्तरायण पर्व के लिए वे अपनी बहन के घर तिल के लड्डू बनाने गईं। वहां अचानक चक्कर आने से वह बेहोश हो गई और बेहोशी की हालत में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। मंजू बेन को बेहतर इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां प्रेशर बढ़ने के कारण उन्हें ब्रेन हैमरेज होने का पता चला। दो दिनों तक चले गहन इलाज के बाद न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जय पटेल ने आज देर रात उन्हें मृत घोषित कर दिया।

परिवार ने ब्रेन डेड मंजूबेन के अंगों का दान किया

सिविल की टीम ने ब्रेन डेड मंजू बेन के परिवारों को अंगदान के बारे में बताया। यह समझाने पर कि दूसरों की जान बचाई जा सकती है, वे अंग दान करने के लिए तैयार हो गए। अहमदाबाद से सोटो की टीम आज सुबह दो गुर्दे और एक लीवर का दान स्वीकार कर  रवाना हुई।

इस तरह सिंह परिवार ने तीन लोगों को नया जीवन देकर इंसानियत की बेहतरीन मिसाल पेश की है। आज सुबह सिविल अस्पताल के आरएमओ डॉ. केतन नायक, डॉ. ओंकार चौधरी, डॉ. नीलेश कछड़िया, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा स्टाफ की मौजूदगी में अंगदान किया गया।

सिविल अस्पताल से यह 13 वां अंगदान था 

इस प्रकार सिविल अस्पताल के सफल प्रयासों से तीन व्यक्तियों की जान बचाई जा चुकी है। टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत अब देश में ऑर्गन डोनर सिटी के तौर पर मशहूर हो रहा है। जिसमें सिविल अस्पताल के डॉक्टरों के ईमानदार प्रयास से आज 13वां अंगदान हुआ है।

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