सूरत : रेलवे स्टेशन से 6 वर्षीय बालिका की अपहृता पुलिस हत्थे चढ़ने के बाद लॉकअप से भागी, फिर पकड़ी गई!

सूरत : रेलवे स्टेशन से 6 वर्षीय बालिका की अपहृता पुलिस हत्थे चढ़ने के बाद लॉकअप से भागी, फिर पकड़ी गई!

लॉकअप से भागते ही पुलिस सक्रिय हो गई और तीन घंटों के भीतर उदवाडा रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया

पांच दिन पहले सूरत रेलवे स्टेशन पर 6 साल की बच्ची के अपहरण की आरोपी महिला रिमांड पर थी। सोमवार की सुबह साढ़े पांच बजे के करीब आरोपी महिला रेलवे पुलिस थाने से हथकडी निकालकर फरार हो गई। कुछ ही घंटों में फरार आरोपी महिला को उदवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से फिर पकड़ लिया गया।

महिला ने हथकडी से हाथ निकालकर 12 फुट की दीवार फांदी

पांच दिन पहले सूरत रेलवे स्टेशन से 6 साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। रेलवे पुलिस ने महिला अपहरणकर्ता आरोपी रिंकुदेवी उर्फ ​​पायल को गिरफ्तार कर लिया। उसे रेलवे थाने के पीछे बैठाकर उसके हाथ में हथकड़ी लगाई थी। सुबह उसने किसी तरह खुद को हथकड़ी से छुड़ाया और पीछे के बाथरूम की करीब 12 फुट की दीवार फांदकर प्लेटफॉर्म नंबर एक पार किया और वहां से फरार हो गयी। जब रेलवे पुलिस को पता चला कि वह भाग गई है तो रेलवे पुलिस ने जांच शुरू कर दी।

सीसीटीवी की जांच में फरार महिला प्लेटफोर्म 2 पर दिखी थी

पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे में पता चला कि आरोपी प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आयी और वहां से रेलवे ट्रैक कूदकर सामने प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर खड़ी ट्रेन से लटक गयी। वह ट्रेन आगे बढ़ चुकी थी इसलिए रेलवे पुलिस ने उधना से मुंबई तक सभी रेलवे स्टेशनों को सूचित किया। आरोपी महिला की फोटो भेजकर रेलवे पुलिस को सूचित किया कि महिला दिखाई देने पर उसे गिरफ्तार किया जाए।  इस बीच जिस ट्रेन में वह भागी थी, वह उदवाड़ा रेलवे स्टेशन पर पहुंची। उदवाड़ा रेलवे पुलिस और रेलवे स्टेशन को सूचित किया। लिहाजा ट्रेन को उदवाड़ा रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया और वहां से आरोपी रिंकुदेवी को गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपी रिंकुदेवी हमसफर एक्सप्रेस से लटककर फरार हुई थी 

सुबह साढ़े पांच बजे रिंकुदेवी थाने से भागकर प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। वहा जामनगर-बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस उस वक्त प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर खड़ी थी। इसलिए रिंकुदेवी ने अपने सामने हमसफर एक्सप्रेस देखी और उसके डिब्बे के दरवाजे से लटक गई। क्योंकि जहां से उसने छलांग लगाई थी, वहां सभी एसी कोच थे। रॉन्ग साइड होने के कारण कंपार्टमेंट बंद था।यात्रियों के चिल्लाने पर कोच में सवार यात्रियों ने दरवाजा खोला।

रेलवे थाने में कोई महिला लॉक अप नहीं है

सूरत रेलवे स्टेशन पर रेलवे थाने में कोई महिला लॉक अप नहीं है। इसलिए आरोपी महिलाओं को बाहर रखा जाता है। इसीलिये रिंकुदेवी जैसी बच्चों का अपहरण करने जैसे जघन्य अपराध में शामिल आरोपी को पुलिस ने बाहर रखा था और इसी का लाभ उठा कर वह भाग खड़ी हुई थी।

Tags: Surat