सूरत : दो इमारतों के बीच 13वीं मंजिल पर पतंग की डोर में फंसे कबूतर को फायर ब्रिगेड ने रेस्क्यू किया

सूरत : दो इमारतों के बीच 13वीं मंजिल पर पतंग की डोर में फंसे कबूतर को फायर ब्रिगेड ने रेस्क्यू किया

मकरसंक्रांति के नजदीक आते ही पतंग की डोर में पक्षियों के फंसने के मामले सामने आने लगे हैं

मकरसंक्राति पर पतंगबाजी के चलन के कारण पतंग के मांझे की वजह से कई अबोल पक्षियों का जीवन संकट में पड़ गया है। पतंग की डोर में पक्षियों के फंसने के मामले सामने आने लगे हैं। सूरत के कॉजवे इलाके में 13 मंजिला दो इमारतों के बीच पतंग की डोर में एक कबूतर फंस गया। दमकल विभाग ने पतंग की डोर में फंसे कबूतर को बचा लिया।

उत्तरायण पर्व से पहले ही पक्षी रस्सी के शिकार बने

उत्तरायण पर्व के गिनती के दिन शेष हैं। लेकिन शहर में लोगों ने पतंगबाजी शुरू कर दी है। जिससे पक्षी पतंग की डोर का शिकार होने लगे हैं। हर तरफ पतंग की डोर लटक रही है। इन तारों में पक्षियों के फंसने के मामले सामने आ रहे हैं। फिर ऐसा ही एक मामला सूरत में सामने आया है।

एक कबूतर 13 मंजिला ऊंची इमारत के बीच फंस गया

सूरत के कॉजवे इलाके में एक 13 मंजिला ऊंची इमारत के पास एक कबूतर रस्सी में फंसा हुआ था। पतंग की डोर दो इमारतों के बीच से गुजर रहे तार में फंस गई थी। पतंग की इसी डोर में एक कबूतर फंस गया।  घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को दी तो तुरंत दमकल विभाग का काफिला मौके पर पहुंचा।

काफी मशक्कत के बाद कबूतर को बचा लिया गया

कबूतर फंसे होने की सूचना दमकल विभाग को देने के बाद दमकल विभाग ने काफी मशक्कत के बाद कबूतर को बाहर निकाला। पक्षी को उतरने से बचाने के लिए सूरत फायर टीम की ओर से खास तैयारी भी की गई है। दमकल विभाग ने एक विशेष प्रकार की डोरी से पक्षी बचाव के लिए एक छड़ी बनाई है। इस छडी को इस तरह से बनाया गया है कि 8 से 10 मंजिल से ऊपर फंसे पक्षियों को रस्सी काटकर बचाया जा सकता है।  13 मंजिला ऊंची इमारत के बीच रस्सी में फंसा एक कबूतर इस उपकरण के इस्तेमाल से बच गया।