गुजरात : तहसीलकार कचहरी में कार्यरत क्लर्क 500 रुपये की रिश्वत लेने के चक्कर में गिरफ्तार हो गया!

प्रदेश के कलोल के तहसीलदार कार्यालय में अस्थाई लिपिक के पद पर कार्यरत मनोज दर्जी को 500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया, जिसके बाद एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की है. इससे पहले भी एसीबी ने जाल बिछाकर मामलातदार, नायब मामलातदार व कंप्यूटर आपरेटर को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था.

कलोल मामलातदार कार्यालय में यह सर्वविदित है कि आवेदक को छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी अधिकारियों व कर्मचारियों को पैसा देना पड़ता है। कोई भी आवेदक जो काम के लिए जाता है उसे कई चक्कर काटने पड़ते हैं। पैसे के बिना कोई काम नहीं होने से आवेदक बड़े परेशान रहते हैं। मंगलवार को तहसीलदार कार्यालय में एसीबी ने जाल बिछाकर एक और कर्मचारी को पकड़ लिया है।

मनोज दर्जी नाम का कर्मचारी पिछले कुछ समय से कलोल के तहसीलदार कार्यालय में अस्थाई कर्मचारी के रूप में काम कर रहा है. लोगों ने बताया कि मामलातदार कार्यालय में मनोज दार्जी जमीनों का प्रबंधन कर रहा था. आवेदकों में इस बात की भी चर्चा थी कि यह कर्मचारी पैसा लेकर भी काम नहीं कर रहा है। कार्यालय में अपने काम से आ रहे एक आवेदक से लिपिक ने पैसों की मांग की लेकिन आवेदक पैसा नहीं देना चाहता था और उसने एसीबी से संपर्क किया। एसीबी ने कलोल तहसीलदार कार्यालय में जाल बिछाया और लिपिक को रिश्वत लेते पकड़ लिया। एसीबी द्वारा कार्रवाई किये जाने पर कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।

Tags: Gujarat