सूरत : कतारगाम में लाखों के हीरों की लूट का मामला क्राइम ब्रांच पुलिस ने साढ़े तीन महीनों में सुलझा लिया, 5 गिरफ्तार

सूरत : कतारगाम में लाखों के हीरों की लूट का मामला क्राइम ब्रांच पुलिस ने साढ़े तीन महीनों में सुलझा लिया, 5 गिरफ्तार

13 लाख के हीरे बरामद, लूट के हीरे बेचने में मदद करने वाला दलाल भी गिरफ्तार

सूरत के कतारगाम स्थित जेराम मोरार की वाडी में एक हीरा व्यापारी के साथ लाखों रुपये की हीरा लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने साढ़े तीन महीने के बाद आखिरकार इस डकैती की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने लूट की घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लुटेरे 39 लाख के हीरे लूट कर फरार हो गए थे। पुलिस ने उनके पास से 13 लाख के हीरे बरामद किये हैं। पुलिस और सामान बरामद करने का प्रयास कर रही है।

हीरा कारोबारी से लूट की गुत्थी सुलझी

12 सितंबर को सूरत के कतारगाम इलाके में जेरम मोरार की वाडी स्थित एक हीरा फैक्ट्री से हीरा व्यापारी कन्हैयालाल प्रजापति के साथ लूट की घटना हुई थी। कन्हैयालाल प्रजापति अपनी फैक्ट्री बंद कर 39 लाख रुपये के हीरे अपने पास सुरक्षित तिजोरी में रखने जा रहे थे, तभी फैक्ट्री की पार्किंग से उन्हें लूट लिया गया। पार्किंग में चार लोगों ने कनैयालाल प्रजापति को मुंह पर रुमाल बांधकर पीटा और उनसे हीरा, मोबाइल व कैश लेकर फरार हो गए। व्यवसायी की शिकायत के आधार पर पुलिस लुटेरों तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी। 

पुलिस आरोपी तक कैसे पहुंची?

सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस की सेंधमारी दस्ते की टीम को लूट की घटना में पुख्ता जानकारी मिली थी। इस वारदात को अंजाम देने वाले कालाभाई उर्फ ​​दाऊद जेतानी का नाम पता चला जो वड़ोदरा जिले के करजन में ईडब्ल्यूएस आवास के बिल्डिंग नंबर 7 और फ्लैट नंबर 202 में रह रहा था। सूचना के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस की टीम करजन पहुंची और विशेष निगरानी कर लूट की घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपियों में से एक कालू उर्फ ​​दाउद तेजानी को पकड़ लिया। बाद में उससे पूछताछ में लूट की पूरी सिलसिलेवार घटना का खुलासा हुआ।

लूट की योजना कैसे बनाएं

सूरत के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने कतारगाम में लाखों की हीरा लूट के मामले में आरोपी के पकड़े जाने के बाद इसकी जानकारी दी और कहा कि डकैती की घटना में सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने वडोदरा से एक आरोपी कालू को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान उसने कहा कि रवि उर्फ बाबर कंडोडीया नाम के शख्स का फोन आया था। उसने हीरा व्यापारी कनैयालाल प्रजापति को लूटने की योजना दिखाई। कहा कि मेरे दो मित्र राजेश भील और कैलाश वाघेला भी इस कार्य में सहयोग करेंगे। इस लूट में हमें जो भी मिलेगा, हम उसे बराबर बांट लेंगे। यह कहकर कालु को सूरत लाया गया। उसके बाद वह रवि के घर आया करता था। लूट की घटना से दो दिन पहले शनिवार को चार लोगों ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर रेकी कर फिर 12 सितंबर को वारदात को अंजाम दिया।

हीरा बेचने वाले एक दलाल को भी गिरफ्तार किया गया है

हीरा लूट को अंजाम देने के बाद चारों ने इस हीरे को बेचने की योजना भी बनाई। डकैती की योजना बनाने वाले रवींद्र कंडोडीया ने सूरत के हीरा दलाल मेहुल उर्फ ​​शैलेश डोंडा को पूरी घटना की जानकारी दी। लूटे गए हीरों को बेचने पर उसे मोटा कमीशन देने की भी बात कही। लूट की वारदात से अवगत होने के बावजूद शैलेश डोंडा ने लूटे गए 41 हीरों को बेच दिया जिसमें से 22 लाख रुपए सभी भागीदारों को बांट दिए गए। पुलिस की जांच में शैलेश डोंडा का नाम भी सामने आया और पुलिस ने उसे पांचवें आरोपी तौर पर गिरफ्तार किया है।

Tags: Crime Surat