सूरत : पुलिस ने सचिन जीआईडीसी इलाके में चलाया सफल औचक तलाशी अभियान
पुलिस कॉम्बिंग में 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, 105 वाहन हिरासत में लिए गए, एक आपराधिक मामला भी सुलझाया गया
सूरत में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस द्वारा अलग-अलग इलाकों में औचक कॉम्बिंग की जा रही है। कुछ दिनों पहले पुलिस ने सूरत के अमरोली, अडाजन, रांदेर इलाके में औचक कॉम्बिंग की गई थी। उसके बाद सूरत पुलिस ने पांडेसरा और खटोदरा में औचक कॉम्बिंग की। अब पुलिस ने सचिन जीआईडीसी क्षेत्र में औचक कांबिंग की है।
40 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ 3:30 घंटे औचक चेकिंग की गई
सचिन जीआईडीसी के विभिन्न क्षेत्रों में चलाये गये इस औचक तलाशी अभियान के तहत एसीपी, डीसीपी समेत पीआई, पीएसआई समेत 3 अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। इन टीमों में 40 से ज्यादा पुलिस कर्मियों को रखा गया था। उस समय कुल 40 से अधिक पुलिस कर्मियों ने सचिन जीआईडीसी के विभिन्न क्षेत्रों में औचक निरीक्षण किया था। पुलिस ने सभी जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर 3:30 घंटे तक औचक पड़ताल की। जिसमें पुलिस को कई अपराधों का पता लगाने और अपराधों के पीछे इस्तेमाल किए गए हथियारों को पकड़ने में सफलता मिली है।
पुलिस ने 200 से अधिक के खिलाफ कार्रवाई की
पुलिस के औचक तलाशी अभियान में पुलिस ने सचिन जीआईडीसी क्षेत्र के शालीमार झुग्गी और सतवल्ला झुग्गी समेत अन्य इलाकों में सघन जांच की। इसके अलावा अन्य इलाकों की भी जांच की गई। कई लोगों के घरों की तलाशी ली गई। वाहनों की औचक चेकिंग की गई। इन तमाम कार्रवाइयों के बाद पुलिस ने कुल 200 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पुलिस ने कई हथियार और कई वाहन जब्त किए हैं।
कॉम्बिंग के दौरान पुलिस द्वारा किया गया ऑपरेशन
औचक कॉम्बिंग के दौरान पुलिस ने बिना नंबर प्लेट और खराब नंबर प्लेट वाले 105 वाहनों को पकड़ा। रैंबो चाकू, चाकू, धोखे के साथ पाये गये 11 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। 23 लोगों के खिलाफ धारा 107, 151 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की गई। शराब पीने के 10 मामले दर्ज किए गए। साथ ही 6 हिस्ट्रीशीटर की जांच की गई और दो फरार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। ईएफआरआई के आधार पर वाहन चोरी के एक अपराध का भी पता चला है। पुलिस ने बताया कि शहर में अपराध पर लगाम लगाने के लिए सचिन जीआईडीसी क्षेत्र के विभिन्न नाका बिंदुओं पर भी वाहन चेकिंग की गई। उच्च अधिकारियों के साथ अलग-अलग टीम बनाकर काम को अंजाम दिया गया।

 
   
          
          
          
         