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वडोदरा : दस माह में 88130 संपत्तियों की हुई खरीद-बिक्री, महिलाओं के नाम 8080 संपत्तियों का हुआ दस्तावेज
By Loktej
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राज्य सरकार को 88130 दस्तावेजों की स्टांप ड्यूटी से रु. 613 करोड़ एवं रजिस्ट्री फी के रुप में रु. 116 करोड़ की आय
कोरोना काल से बुरी तरह प्रभावित अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार द्वारा बूस्टर खुराक दी गई है, जिससे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में हाल के दिनों में बढ़ोतरी हुई है। इसमें विशेष रूप से महत्वपूर्ण यह है कि वडोदरा जैसे शहर में जहां एक ही निर्माण क्षेत्र में रोजगार फलफूल रहा है, वहीं दूसरी ओर, मांग में वृद्धि के साथ, शहरी क्षेत्रों में कई नई निर्माण परियोजनाएं सामने आ रही हैं। नतीजतन, पिछले दस महीनों के दौरान अकेले 88130 दस्तावेज पंजीकृत किए गए हैं। इससे वाइब्रेंट गुजरात और वाइब्रेंट वडोदरा को इसका एहसास होता है।
आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल के निर्णायक नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर प्रदेश को निवेश का हब बनाया जा रहा है। जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों के सृजन के समानांतर जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में निर्माण क्षेत्र का योगदान भी महत्वपूर्ण है।
रजिस्ट्री निरीक्षक कार्यालय के अधीक्षक अजय कुमार चरेल ने कहाल कि जहां तक वडोदरा का सवाल है, वैश्विक महामारी कोरोना के उभरने के साथ ही नए आवास की मांग बढ़ रही है। वडोदरा में नए पंजीकृत दस्तावेज इस बात को साबित करते हैं। पिछले जनवरी में वडोदरा में 8568 दस्तावेज दर्ज किए गए थे। उसके बाद फरवरी से अक्टूबर तक सब-रजिस्ट्रार के कार्यालयों में 8945, 10879, 6316, 5323, 8421, 9793, 9182, 9722 और 10921 दस्तावेज दर्ज किए गए। इस अवधि में सबसे ज्यादा दस्तावेज मार्च-21 में 10879 और फिर पिछले अक्टूबर में सबसे ज्यादा 10921 दस्तावेज हुए हैं। यानि कि ग्राफ लगातार बढ़ रहा है।
वडोदरा में कुछ कंपनियों या पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं के नाम पर बड़ी संख्या में संपत्तियां दर्ज की जा रही हैं। पिछले जनवरी से अक्टूबर तक महिलाओं के नाम दर्ज संपत्तियों (दस्तावेजों) की संख्या पर नजर डालें तो यह क्रमश: 727, 782, 1097, 603, 479, 774, 916, 831, 861, 1010 है। राज्य सरकार महिलाओं के नाम पंजीकृत संपत्तियों में पंजीयन शुल्क माफ करती है। इस दस महीने की अवधि के दौरान, राज्य सरकार ने रु. 15.10 करोड़ पंजीकरण शुल्क माफ किया है।
दूसरी ओर, जनवरी से अक्टूबर माह दरम्यान हुए 88130 दस्तावेजों की स्टाम्प ड्युटी के रुप में राज्य सरकार को 613 करोड़ रुपये की आय हुई है। इसी प्रकार दस्तावेजों की रजिस्ट्री फी के रुप में 116 करोड़ की आय हुई है। दोनों मिलाकर कुल 729 करोड़ रुपये की आय राज्य सरकार को हुई है।
वर्तमान में वडोदरा शहर में सबसे अधिक दस्तावेज अकोटा में पंजीकृत किए जा रहे हैं, इसके बाद बापोद, गोरवा, दंतेश्वर, वडोदरा -1, छानी और मानेजा क्षेत्र में सबसे अधिक दस्तावेज किये जा रहे हैं। इस वर्ष दर्ज की गई सबसे बड़ी राशि का दस्तावेज कर्जन क्षेत्र के कंडारी गांव में दर्ज की गई है। जहां एक कंपनी के नाम पर 57 हेक्टेयर जमीन 90 करोड़ रुपये में विक्री हुई है। इसके बाद वडोदरा शहर में 87.50 करोड़ तथा अकोटा में 45 करोड़ रुपये में विक्री हुई है। इस प्रकार, वायब्रन्ट गुजरात के साथ-साथ वडोदरा निर्माण क्षेत्र में भी वडोदरा भी वायब्रन्ट हो गया है। वडोदरा के निर्माण से आसपास के जिलों में कई लोगों को सीधा रोजगार मिल रहा है।
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