
जब 20 रुपए का दूध न मिलने पर व्यक्ति ने लिखा मोदी को पत्र, जानें आखिर क्या थी समस्या
By Loktej
On
दूध लेने के लिए मंडली में भैंस जमा करने के लिए कहा, कई लोगों के सामने की पेशकश पर नहीं मिला कोई भी निराकरण
गुजरात के वडोदरा जिले में से एक मजेदार घटना सामने आई है। जहां एक युवक ने उसे 20 रुपए का दुध न देने पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत कर दी। घटना वडोदरा के डेसर तहसील के मह्या टेकरा से सामने आई है। जहां एक महेश परमार नाम के एक व्यक्ति को सहकारी मंडली द्वारा 20 रुपए का दूध न देने पर उसने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से इस बारे में पत्र लिखकर शिकायत की थी।
महेश ने शिकायत करते हुये कहा कि जब वह दूध लेने गया तो मंडली के मंत्री तखतसिंह परमार ने उन्हें दूध देने से मना कर दिया। उन्होंने महेश से कहा कि यदि उन्हें दूध लेना है तो सबसे पहले उन्हें मंडली में सदस्य बनना होगा तथा मंडली में अपनी भैंस देकर उन्हें मंडली में दूध देना पड़ेगा। जब उसने कहा कि वह काफी गरीब है और वह भैंस नहीं ला सकता तो उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो अपनी जमीन गिरवी रखकर भैंस लेकर आए।
महेश परमार ने सावली से भाजपा विधायक केतन इनामदार को फोन कर यह मामला उठाया था। लेकिन केतन इनामदार ने इस व्यक्ति की एक नहीं सुनी और कहा, "मैं एक कार्यक्रम में हूं। मुझे बाद में फोन करो या आमने सामने आकर मुझसे मिलो।" महेश परमार को विधायक केतन इनामदार की ओर से कोई सटीक जवाब नहीं मिला। इसलिए उन्होंने इस मामले को डेयरी के निदेशक के सामने पेश करने का फैसला किया। इसके बाद महेश परमार ने कुलदीप सिंह राउलजी, निदेशक, डेयरी, दसर क्षेत्र को फोन कर मामले की जानकारी दी। कुलदीप राउलजी ने आश्वासन देते हुये कहा कि वह मंडली को फोन कर के उनसे तुम्हें दूध देने के लिए कह देंगे। हालांकि डेयरी के निदेशक से मिलने के बाद भी महेश परमार की समस्या का समाधान नहीं हुआ।
जब सभी से इस बारे में बात करने के बाद भी महेश की समस्या का कोई हल नहीं आया तो उसने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी समस्या के बारे में बताया था।