वडोदरा : ये 'विशिष्ट लोग' बाज ही नहीं आ रहे थे, फिर 'मालाएं' पहनाकर सम्मान किया गया!

वडोदरा : ये 'विशिष्ट लोग' बाज ही नहीं आ रहे थे, फिर 'मालाएं' पहनाकर सम्मान किया गया!

राज्य में तेजी से बढ़ रहे है कोरोना संक्रमण के मामले, लोगों को जागरूक करने के लिए अपनाया गया ये अनोखा तरीका

राज्य में कोरोनो वायरस के मामले तूफ़ान की गति से बढ़ रहे हैं और महानगरों के अस्पतालों में स्टाफ और बेड कम पड़ जा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने की अपील की है। साथ ही मास्क नहीं पहनने पर आर्थिक दंड की भी घोषणा की गई है। फिर भी कुछ लोगों ने कोरोना को बहुत ही हलके में ले रखा है। ऐसे कुछ अति विशिष्ट लोगों को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे वे कोरोना वायरस को खुला निमंत्रण दे रहे हैं। वडोदरा शहर में मास्क के नियम को लागू करने के लिए संयुक्त प्रवर्तन दल द्वारा बिना मास्क वाले लोगों को सम्मानित किया जा रहा है।
आपको बता दें कि संयुक्त प्रवर्तन दल ने शहर में बिना मास्क के घूमने वाले लोगों को सम्मानित किया। वार्ड नंबर 12 में मास्क नहीं पहनते वाले लोगों को दंडित करने के बजाय माला पहनाकर सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। ऐसे में माला पहनने के बाद ऐसे लोगों को शर्म महसूस होती थी। वडोदरा सहित राज्य भर के महानगरों में कोरोना संक्रमण नियंत्रण से बाहर होते जा रहा है। प्रशासन युद्धस्तर पर अस्पतालों में नए बेड तैयार करने का आदेश दिया गया है। दूसरी ओर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त प्रवर्तन दल द्वारा लोगों को जागृत करने के लिए इस तरह का एक ऑपरेशन शुरू किया गया है। इतनी गंभीर स्थिति में भी जो लोग मास्क न पहनकर लापरवाही दिखा रहे हैं उन्हें इस तरह से समझाया जा रहा है। जब ये टीम वार्ड नंबर 12 में काम कर रही थी, तो दो युवक बिना मास्क के मिले, जिन्हें वायरस को आमंत्रित करने के लिए माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस सम्मान के पीछे का मकसद यह है कि लोग मास्क पहनें और गंभीरता को समझें।
गौरतलब है की शहर भर के अधिकांश लोग कोरोना वायरस दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। ऐसे में भी सिस्टम द्वारा अपनाए जा रहे सख्त रवैये के बावजूद लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। अगर लोग इन नियमों का पालन नहीं करते तो स्थिति इससे भी बदतर हो जाएगी। ऐसे में ये टीम चाहती है कि लोग स्वस्थ रहें और शहर को स्वस्थ रखें और प्रशासन द्वारा बनाये गये नियमों का पालन करना अत्यावश्यक है। हालांकि, रात के कर्फ्यू के दौरान भी, जो लोग बिना काम के बाहर निकल रहे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।