राजकोट : सनसनीखेज वारदात; पत्नी ने अपने सौतेले पुत्र के साथ मिलकर पति को ही जिंदा जला डाला

राजकोट : सनसनीखेज वारदात; पत्नी ने अपने सौतेले पुत्र के साथ मिलकर पति को ही जिंदा जला डाला

पति के किसी और महिला के साथ अफेयर होने की शंका ने तोड़ा एक हँसता खेलता परिवार

शहर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहाँ एक पत्नी ने अपने सौतेले बेटे के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। शुक्रवार की रात कोठारिया रोड स्थित एक घर में एक युवक का जला हुआ शव मिला। भक्तिनगर पुलिस द्वारा जांचमें  पत्नी और बेटे ने ऐसा बताया कि बुकानी माने जाने वाले तीन लोगों ने घर में घुसे और तोड़-फोड़ की। इस दौरान पति को जलाकर भाग गए। पुलिस को ये जवाब उचित नहीं लगा इसलिए पुलिस ने अपने स्तर पर जाँच शुरू कर दी। इस जाँच में पुलिस को पता चला कि पति की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसी के पत्नी व बेटे ने की है।
जानकारी के अनुसार राकेश अधियारू नाम के शख्स की अपने ही घर में मौत हो गई।पूरे मामले पर नजर डालें तो शहर के कोठारिया रोड स्थित हुडको पुलिस चौकी के पीछे मारुतीनगर गली नंबर 1 निवासी राकेश अधियारू के घर में शुक्रवार रात को आग लग गई। इस पर स्थानीय लोग दौड़े और आग बुझाने का प्रयास किया। इस बीच वहां राकेश अधियारू का जला हुआ शव मिला था। पुलिस को जानकारी देने पर पुलिस का काफिला मौके पर पहुँच गया। पुलिस जांच में राकेश अधियारू की प्रेमिका सह पत्नी आशा चौहान और बेटे ने बताया कि तीन संदिग्ध घर में घुसे और उसे रस्सी से बांधकर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी। फिर तीनों लोग भाग गए। हालांकि पुलिस को शक हुआ और पुलिस एन उलटी जांच शुरू कर दी। जिरह में, आशा चौहान और उसके सौतेले बेटे ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उन्होंने उसके पति को लोहे की रॉड से पीटा था, उसे एक कुर्सी से बांध दिया और मिट्टी के तेल की आग शुरू कर दी। पुलिस ने राकेश के भाई शैलेश अधियारू के खिलाफ शिकायत दर्ज कर आशा चौहान और उसके सौतेले बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक मृतक राकेश अधियारू सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत था। राकेश अधियारू ने अपनी पहली पत्नी शिल्पाबेन को 15 साल पहले तलाक दे दिया था और वह आशा चौहान के साथ उसी पड़ोस में अपनी प्रेमिका सह पत्नी के घर में रहता था। हालांकि, उनकी पत्नी आशा चौहान को शक हो गया कि राकेश अधियारू पिछले कई दिनों से किसी अन्य महिला से फोन पर बात कर रहा था। इसलिए शुक्रवार की रात बवाल हुआ। जिसमें बेटे के बीच पड़ने पर राकेश ने आशा पर हाथ उठाया। फिर दोनों ने मिलकर राकेश के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर उसकी हत्या कर दी। लाश को एक कुर्सी पर रखा गया, मिट्टी के तेल का छिड़ककर जला दिया। दुःख की बात है कि राकेश अधियारू के दो बेटों में सबसे बड़ा मानसिक बीमारी से पीड़ित है, जबकि दूसरा बेटा अपने पिता की हत्या के आरोप में जेल जा चुका है।
Tags: Rajkot