राजकोट : सिविल अस्पताल का फरमान, अस्पताल के अंदर हरा नारियल ले जाना प्रतिबंधित

राजकोट : सिविल अस्पताल का फरमान, अस्पताल के अंदर हरा नारियल ले जाना प्रतिबंधित

इस फैसले पर हुआ विवाद, विवाद को देखते हुए अस्पताल के अधिकारियों ने फैसला लिया वापस

राजकोट के सिविल अस्पताल में तुगलकी निर्णय लेते हुए अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों द्वारा अस्पताल के अंदर हरा नारियल ले जाने पर रोक लगाने का फरमान जरी किया था। हालांकि इस पर हुए भरी विवाद के बाद राजकोट के सिविल अस्पताल में नारियल के परिवहन पर रोक लगाने का फैसला वापस ले लिया गया है। इतना ही नहीं ट्रॉमा सेंटर के बाहर लगे नारियल प्रतिबंध बोर्ड को भी हटा दिया गया है।
आपको बता दें कि राजकोट के सिविल अस्पताल में लिए गये इस निर्णय पर इसलिए भी हैरानी होती है क्योंकि जब कोई मरीज बीमार पड़ता है तो ज्यादातर डॉक्टर हरा नारियल पीने की सलाह देते हैं। हालांकि, राजकोट सिविल अस्पताल के परिसर में ट्रामा सेंटर में, पुरुषों के वार्ड के बाहर "हरे नारियल" ले जाने पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि बाहर से नारियल पानी ले जाने की इजाजत थी।
इसके बाद फैसले को लेकर हुए विवाद की शुरुआत में ही यह स्पष्ट किया गया था कि यह इसलिए लगाया गया क्योंकि मरीज के परिवार वाले कहीं भी नारियल फेंक देते है। ऐसे में जब मरीज के परिजन शौचालय में नारियल फेंक देंते हैं तब ब्लॉकेज की समस्या पैदा हो जाती है। इससे जिससे सफाईकर्मचारियों का काम और मरीजों की परेशानी बहुत बढ़ जाती हैं। फिलहाल इस फैसले को लेकर हुए विवाद को देखते हुए अस्पताल के अधिकारियों ने विवादित बोर्ड को हटा दिया है।
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