गलत केस में खुद को फंसे होने के कारण परेशान होकर की आत्महत्या की कोशिश
गुजरात के राजकोट शहर में से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता ने अपने ही संतानों को विषपान करवा दिया था। राजकोट के नानामवा रोड पर आए शास्त्रीनगर के नजदीक स्थित शिवम पार्क में रहने वाले और कर्मकांड का काम करने वाले कमलेशभाई रामकृष्णभाई लाबड़िया के ब्राह्मण परिवार ने सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया था। आधी रात को बनी इस घटना के बाद पिता-पुत्र और पुत्री को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पिता ने दोनों पुत्रों को कोरोना की दवा कहकर खुद भी जहरीली दवा पी ली थी।
पिता कमलेशभाई ने आत्महत्या का प्रयास करने के पहले एक सुसाइड नोट भी लिखी थी। जिसमें उन्होंने लिखा की उनके 2.12 करोड़ दिनेश और भाविन लेकर चले गए है। जब पुलिस ने इस बारे में जांच करी तो पत्नी और भाइयों के हवाले से पता चला की उन्होंने एडवोकेट आर डी वोरा के एक रिश्तेदार को अपना मकान बेचा था। जिस दौरान उनका 1.20 करोड़ का सौदा हुआ था, जिसके बदले में 20 लाख उन्होंने दे भी दिये थे। हालांकि इसके बाद जब बचे हुये 1 करोड़ मांगे गए तो एडवोकेट वोरा ने उनके सामने ही पुलिस शिकायत दर्ज करवाई थी।
जिसके चलते रविवार की रात को उन्होंने परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया था। हालांकि फिलहाल तीनों सदस्य अभी चेत अवस्था में नहीं होने के कारण पुलिस द्वारा उनकी पूछताछ नहीं की गई है। कमलेशभाई रात को बाहर से जहरीली दवा लेकर आए थे और सभी को कहा की यह दवा पी लेने के बाद कोरोना नहीं होगा। जिसके बाद बेटी कृपाली (22 साल) और पुत्र अंकित (21 साल) ने दवा पी ली थी। हालांकि जयश्रीबेन ने दवा नहीं पी थी। तीनों को इलाज के लिए पहले वॉकहार्ट और बाद में सरकारी अस्पताल में ले जाया गया था। जहां तीनों अभी उपचाराधीन हैं।