राजकोट : कोरोना से हुई 55 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु, परिवार मृतदेह छोडकर भागा

राजकोट : कोरोना से हुई 55 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु, परिवार मृतदेह छोडकर भागा

स्विच ऑफ आ रहा है परिवार के सदस्यों का फोन, पहले भी सामने आ चुकी है ऐसी ही घटना

राज्य भर में कोरोना के कारण अस्पतालों में मरीजों का अंबार लगा हुआ है। नए मरीजों के लिए अस्पताल में जगह नहीं बची है। श्मशानों में भी अंतिम संस्कार के लिए लंबी-लंबी लाइन लग रही है। ऐसे में राजकोट के सिविल अस्पताल में एक शर्मजनक घटना सामने आई है, जहां कोरोना के संक्रमित एक व्यक्ति की मौत के बाद उस व्यक्ति का मृतदेह ले जाने के बजाय उसे वही छोड़कर रफूचक्कर हो गए थे। जिसके कारण मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था। जिसके बाद राजकोट सिविल अस्पताल द्वारा मरीज के परिवार जनों का संपर्क करने की कोशिश की गई थी। 
रिपोर्ट के अनुसार, पारस कालरिया नाम के 55 वर्षीय बुजुर्ग को 1 मई के रोज राजकोट की सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी। जिसके बाद अस्पताल के स्टाफ द्वारा बुजुर्ग के परिवार को जानकारी देने के निर्देश दिये गए। हालांकि पारस कालरिया के परिवार के किसी भी सदस्य का वहाँ पता नहीं चला। जिसके चलते सिविल असफल के डॉक्टर सीएम चावडा ने पारस कालरिया के परिजनों को सिविल कोविड सेंटर में संपर्क करने की सूचना दी गई। हालांकि अब तक पारस कालरिया के परिवार का कोई भी सदस्य अब तक मृतदेह स्वीकार करने के लिए आगे नहीं आया है। 
पारस को भर्ती करवाने के समय उनके परिजनों द्वारा जो मोबाइल नंबर दिया गया था वह लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। इसके अलावा फॉर्म में उनका पूरा पता भी ना होने के कारण उनके परिवार को ढूँढने के लिए भी अस्पताल के स्टाफ को काफी दिक्कत आ रही है। बता दे की राजकोट सिविल अस्पताल में इसके पहले भी एक घटना सामने आ चुकी है। जब एक 77 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो जाने के बाद परिवार के सभ्य बिना मृतदेह लिए ही वहाँ से भाग गए थे।