राजकोट : इन तीन शख्सों ने हत्या को अंजाम देकर मृतक के शरीर के टुकड़े कर बोरवेल में डाल दिये थे, मिली सज़ा

राजकोट : इन तीन शख्सों ने हत्या को अंजाम देकर मृतक के शरीर के टुकड़े कर बोरवेल में डाल दिये थे, मिली सज़ा

पत्नी के साथ अवैध संबंध के शक में कर दी हत्या, साथ में ही संभालते थे बुटलेगिंग का कारोबार

तीन साल पहले बूटलेगरों द्वारा एक 19 वर्षीय बालक की हत्या करने के बाद उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े कर उसे बोरवेल में डाल दिया था। इस हत्या के केस की सुनवाई करते हुये कोर्ट ने तीनों को आजीवन कैद की सजा सुनाई है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, तीनों आरोपियों में एक आरोपी को शक था की 19 वर्षीय युवक का उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। जिसके चलते उसने देवांग गधवी नामक युवक की हत्या करके उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर कच्छ के मांडवी स्थित एक 400 फीट गहरे बोरवेल में डाल दिया था। एडिशनल सेसन्स जज एमएम पटेल ने तीनों को आजीवन कैद के अलावा राम गढवी, खीमराज गढवी और नारन गढवी को 5-5 हजार रुपए जुर्माना देने के लिए भी कहा था। 
मामले में पब्लिक प्रोसिक्युटर कल्पेश गोस्वामी ने बताया कि कोर्ट ने पीड़ित के परिवार को 75 हजार का मुआवजा देने की बात भी कही थी। आगे उन्होंने कहा कि कोर्ट ने 216 पन्नों के अपने निर्णय के लिए 28 गवाहों और 69 सबूतों का सहारा भी लिया था। बता दे कि देवांग खुद भी एक बूटलेगर था और काम के कारण राम गढवी के घर पर आए दिन आता-जाता रहता था। हालांकि कुछ समय के बाद राम को देवांग पर शक होने लगा। जिसके चलते नारन ने उसे राम की पत्नी से बात करने से मना किया था। पर देवांग ने नारन की बात नहीं मानी। 
इसके चलते उन्होंने देवांग को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। जिसके अनुसार 12 फरवरी 2018 को राम ने देवांग को अपना बियर का कंसाइनमेंट लेने के लिए बुलाया। इसके बाद अपने माता-पिता को राम से मिलने जाने और सुबह ही आ पाने की बात बताकर देवांग वहाँ से निकल गया। जैसे ही देवांग राम से मिलने उसके खेत में पहुंचा, तीनों ने मिलकर उसका गला दबा दिया। 
इसके बाद तीनों ने देवांग के शरीर को बोरवेल में डालने का प्रयास किया। पर बोरवेल का मुंह काफी छोटा होने के नाते वह उसे बोरवेल में डाल नहीं पाये। इसके बाद उन्होंने कुल्हाड़ी से उसके शरीर के छोटे छोटे टुकड़े कर उसे बोरवेल में डाल दिया। जब दूसरे दिन देवांग के घर पर नहीं आने के कारण उसके पिता मानेक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। मानेक द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने राम, खीमराज और नारन को पकड़ा था। जिन्होंने पुलिस की पूछताछ में देवांग के हत्या का गुनाह कबुल कर लिया था।