गुजरात के गिफ्ट सिटी में स्थापित होगा भारतीय एआई अनुसंधान संगठन

गुजरात के गिफ्ट सिटी में स्थापित होगा भारतीय एआई अनुसंधान संगठन

अहमदाबाद, 30 दिसंबर (भाषा) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कृत्रिम मेधा (एआई) के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए 'भारतीय एआई अनुसंधान संगठन' (आईएआईआरओ) की स्थापना को मंगलवार को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।

एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस केंद्र की स्थापना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत राज्य और केंद्र सरकारों तथा भारतीय दवा गठबंधन (आईपीए) के बीच त्रिपक्षीय साझेदारी के माध्यम से की जाएगी।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री के मार्गदर्शल में राष्ट्रीय एआई पारिस्थितिकी तंत्र को गति देने और अनुसंधान को गति करने के लिए यह पहल की है।

आईएआईआरओ गांधीनगर के पास गिफ्ट सिटी में एक जनवरी से विशेष उद्देश्य वाले कोष (एसपीवी) के रूप में कार्य करना शुरू कर देगा। इसे कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत एक गैर-लाभकारी संस्थान के रूप में गठित किया जाएगा।

परियोजना के पहले पांच वर्षों के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इसमें राज्य सरकार, केंद्र और निजी भागीदार प्रत्येक 33.33 प्रतिशत का योगदान देंगे।

आईपीए इस परियोजना के लिए मुख्य निजी भागीदार के रूप में शामिल हुआ है और वर्ष 2025-26 के लिए 25 करोड़ रुपये का योगदान देगा। आईपीए में सिप्ला, टोरेंट फार्मा और सन फार्मा सहित लगभग 23 प्रमुख दवा कंपनियां शामिल हैं।

बयान के अनुसार, गुजरात की यह पहल केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के 'इंडिया एआई मिशन' और राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की 'एआई कार्य योजना' के उद्देश्यों के अनुरूप है।

इसमें कहा गया है कि आईएआईआरओ की मुख्य गतिविधियों में उन्नत अनुसंधान एवं विकास, एआई-आधारित उत्पादों का निर्माण और शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों एवं स्टार्टअप के बीच सहयोग को बढ़ावा देना शामिल होगा। साथ ही, यह संस्थान बौद्धिक संपदा (आईपी) निर्माण और क्षमता निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।