गुजरात : 18 महीनों बाद फिर शुरु हुई घोघा-दहेज फेरी सेवा
By Loktej
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पानी के कम दबाव के चलते हुई थी बंद, आने वाले दिनों में बढ़ सकती है फेरी की संख्या
राजकोट : सितंबर 2019 से बंद भावनगर के घोघा और दहेज के बीच शुरू हुए नौका सेवा या फेरी सेवा को फिर से शुरू कर दिया गया है। दरअसल दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट (डीपीटी) ने कुछ दिनों पहले ही इस मुद्दे पर अंगरिया समुद्री चील द्वारा सीमित सेवा को अपनी सहमती और हरी झंडी दे दी है।
क्यों किया गया था बंद?
आपको बता दें कि पानी की गहराई में कमी के कारण फेरी सेवा को अनिश्चितकाल तक के लिए बंद कर दिया गया था। हालाँकि इस मुद्दे पर विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि फ़िलहाल ये फेरी सेवा केवल अधिक पानी के समय या फिर उच्च ज्वार के दौरान ही संचालित होगी और फ़िलहाल केवल यात्री सेवाओं को ही फिर से शुरू किया जाएगा। इस निर्णय के बाद इस सेवा को तीन दिन पहले ही फिर से शुरू किया गया है और वर्तमान में प्रति दिन एक ही फेरी या एक ही आवागमन शुरू किया गया है। यह सेवा मुख्य रूप से मध्यम वर्ग के लिए लाभकारी है जो आने-जाने के लिए बस सेवा वाले लम्बे मार्ग का उपयोग करता है।
बढ़ सकती है दैनिक फेरी की संख्या : चेयरमैन
इस बारे में बात करते हुए डीपीटी के चेयरमैन एस के मेहता ने कहा, “यह कोई रो सेवा नहीं है, इसलिए लोग नौका पर सवार होने के लिए कारों के साथ नहीं आ रहे हैं। ऐसे में हमने घोघा से भावनगर शहर और दहेज से अंकलेश्वर को जोड़ने वाली बस सेवा प्रदान की है। फ़िलहाल हम पानी का परीक्षण कर रहे हैं और अगर परिणाम अच्छे रहे तो हम और भी चक्कर शुरू कर सकते है।
जानिए कितने की है टिकट और किन लोगों के लिए है लाभ दायक
आपको बता दें कि इस यात्री नौका सेवा में 130 व्यक्तियों की क्षमता है। यह सेवा भावनगर में रहने वाले और दहेज में स्थित उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के लिए फायदेमंद साबित होगी। भावनगर और दहेज में पाँच पिक और ड्रॉप पॉइंट हैं। फेरी टिकट की कीमत 350 रुपये है। साथ ही जो यात्री बस सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें अतिरिक्त भुगतान करना होगा। 2017 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन होने के बाद से ही घोघा-दहेज फेरी सेवा कई प्रकार की समस्याओं का सामना कर रही है। इसके संचालन को सितंबर 2019 में सरदार सरोवर बांध के पानी के निर्वहन के कारण नेविगेशन चैनल में भारी समस्या के बाद अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया गया था।
गौरतलब है कि केंद्रीय शिपिंग मंत्रालय ने जून 2020 में गुजरात मैरीटाइम बोर्ड से आरओ रो फेरी परियोजना को ले लिया और पिछले नवंबर में डीपीटी द्वारा घोघा-हजीरा नौका सेवा शुरू की गई। इसके अलावा बंदरगाह ने वर्तमान में हजीरा में स्थायी जेटी के निर्माण के लिए निविदा जारी की है।
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