ऑपरेशन RTE: साढ़े चार का आयकर रिटर्न और गरीब बन कर बेटी को दिलाया एडमिशन

ऑपरेशन RTE: साढ़े चार का आयकर रिटर्न और गरीब बन कर बेटी को दिलाया एडमिशन

vtv गुजराती द्वारा किये गये स्ट्रिंग ऑपरेशन में सामने आई जानकारी

आज हम आपको ऐसे लोगों और अधिकारियों के बारे में बताने वाले हैं जो अमीर होकर भी गरीब बच्चे को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रहे हैं। आपने महरूम इरफ़ान खान की एक फिल्म देखी होगी ‘हिंदी मीडियम’ जिसमें वो अमीर होने के बाद भी गरीब बन कर आरईटी नियम का दुरुपयोग करते है। ऐसा ही एक मामला असल जीवन में देखने को मिला है।
गरीब छात्र को उसके अधिकारों से वंचित करने वाले पहले अभिभावक हैं प्रग्नेश कुमार पटेल। उनकी बेटी को एक निजी स्कूल में प्रवेश दिया गया था। आरटीई से दाखिले के लिए उसने आय के रूप में  75,000 रुपये की आय दिखाई। यह प्रग्नेश पटेल द्वारा प्रस्तुत विवरण है। लेकिन अब आप प्रग्नेश पटेल की असली कमाई जानकर चौंक जाएंगे। अलग-अलग जगहों पर जांच की गई तो पता चला कि प्रग्नेश पटेल ने वर्ष 2020-21 के लिए 4 लाख 50 हजार 815 आयकर रिटर्न दाखिल किया है।
इसके अलावा उसका दो अलग-अलग ऑटो लोन पर हैं। जिनमें से एक की कीमत 3 लाख रुपए और दूसरा 42 हजार का है। इतना ही नहीं उन्होंने एक लाख का पर्सनल लोन भी लिया है। उसने जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा भी लिया है। प्रग्नेश पटेल बोपल में अपने शिवम अपार्टमेंट में एक फ्लैट के मालिक हैं। एक चौपहिया और एक दुपहिया भी है। इस ठेकेदार के घर में हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।
ऐसे में भी उसने 75 हजार रुपये की आय का उदाहरण दिया। अगर किसी व्यक्ति की वार्षिक आय 75 हजार है, तो क्या ऐसी खुशी की सुविधा हो सकती है? एक मीडिया के ऑपरेशन आरटीई में जब ये सारे खुलासे हुए तो प्रग्नेश पटेल ने गांव जाने की वजह बताते हुए आरटीई के तहत दाखिला नहीं लेने का फैसला किया। प्रग्नेश पटेल जैसा कोई नहीं बल्कि अहमदाबाद में कई अमीर माता-पिता हैं जो इस तरह गलत तरीके से एडमिशन ले रहे हैं। अब निजी स्कूल उन अभिभावकों के दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं जिनके फॉर्म में कई गलत जानकारियां सामने आ रही हैं।