पाकिस्तान की जीत की खुशी मनाने वाले कश्मीरी छात्रों पर UAPA के तहत होगी कार्यवाही, अब नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी
By Loktej
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सात साल से लेकर आजीवन केद तक की हो सकती है सजा, 180 दिन तक की ज्यूडीशियल कस्टडी में भेजा जा सकता है
दुबई में चल रहे टी20 वर्ल्डकप में पाकिस्तान के सामने भारत की हार की खुशी मनाने वाले छात्रों के खिलाफ सरकार ने कडा कदम उठाया है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज तथा शेर ए कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सायंसिज के मेडिकल छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुये सरकार ने UAPA के तहत कार्यवाही की जा रही है।
इतना ही नहीं छात्रों को पुलिस रिकॉर्ड में आतंकियों के सहायक के तौर पर बताया जाएगा। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार इन छात्रों को भविष्य में सरकार की किसी भी योजनाका लाभ नहीं दिया जाएगा। सरकारका संदेश काफी स्पष्ट है, की भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए खुश मनाने लिए लोगों को भारत के युवा धन के तौर पर नहीं गिना जाएगा। इसके अलावा उन्हें सरकारी नौकरी भी नहीं मिलेगी तथा पासपोर्ट और ड्राइविंग लायसंस के लिए पुलिस क्लियरंस भी नहीं मिलेगा। इन सभी छात्रों को सरकारी ही नहीं निजी कंपनी में भी नौकरी हासिल करने के लिए भटकना पड़ेगा।
विशेषज्ञों का कहना है की UAPA कार्यवाही काफी बड़ी कहीं जा सकती है। इस कानून के तहत अग्रिम जमानत भी नहीं मिलते। इसके अलावा यदि कोर्ट भी केस से संतुष्ट रहा तो केस दर्ज होने के बाद भी जमानत नहीं होती। केस के तहत आरोपी को 30 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा जा सकता है। चार्जशीट दाखिल करने के पहले अधिकतर ज्यूडीशियल कस्टडी की मर्यादा 180 दिन भी हो सकती है। आरोपी की संपत्ति भी जप्त हो सकती है। दोषी साबित होने पर आरोपी को सात साल की या आजीवन केद भी हो सकती है।
उल्लेखनीय है की मैच के दौरान पाकिस्तान के चीयर करने वाले छात्रों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। पुलिस ने यह भी कहा कि मात्र उन्ही छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। क्योंकि यह भी हो सकता है कि कई छात्रों को जबरन पाकिस्तानी टीम का समर्थन करने के लिए दबाव भी बनाया गया हो।
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