जब बेटे को बचाने के लिए माता भी कूद पड़ी तालाब में, दोनों की हुई मौत
By Loktej
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बेटे का पैर फिसलने से डैम में गिरा बालक, माता को नहीं आता था तैरने पर फिर भी बचाने के लिए कूदी
कहते हैं माता से बड़ा शुभचिंतक और संरक्षक उसकी संतान के लिए कोई नहीं होता। एक ऐसा ही मामला हिमाचल प्रदेश से सामने आया है, जहां पानी में डूब रहे बेटे को बचाने के लिए उसकी माता ने भी तालाब में छलांग लगा दी। हालांकि यह तो किस्मत का खेल ही था कि दोनों में से कोई एक भी नहीं बच सका।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, हिमाचल के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में रहने वाली 38 वर्षीय रज्जो देवी अपने 10 साल के बेटे अभिषेक के साथ खेतों में काम के लिए जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में आने वाले चेक डैम की पगडंडी से गुजरते हुए अचानक उसके बेटे का पांव फिसला। फिसलते ही अभिषेक सीधा डैम में जा गिरा। अपने बेटे को डैम में गिरे हुए माता जोर-जोर से चिल्लाने लगी। परंतु आसपास कोई नहीं था जो रज्जो की मदद के लिए आता। जब आसपास कोई नजर नहीं आया तो रज्जो खुद ही अपने बेटे को बचाने के लिए तालाब में कूद पड़ी।
हालांकि रज्जो को तैरना नहीं आता था। जिसके कारण वह अपने बेटे को बचा भी नहीं सकी। महिला की चीख सुनने के बाद खेतों में काम कर रहे कुछ लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मां तथा बेटे दोनों को बेहोशी की हालत में तालाब में से निकाला। घटना के बाद तुरंत ही दोनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां सेवा में तैनात डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया। पूरे हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल फ़ेल गया है।
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