कोरोना के नई लहर का सूरत के ज्वेलरी उद्योग पर पड़ रहा प्रतिकुल असर

लोकडाउन की आशंकाओं से घटा बाजार, बाहर निकलने से डर रहे है लोग

बीते साल मार्च में देश में आने वाले कोरोना का आतंक एक बार फिर अपने चरम पर है। एक समय जहां ऐसा लग रहा था कि देश में से कोरोना जा चुका है, तभी कोविड की दूसरी लहर के आतंक ने लोगों को आशंकाओं से भर दिया है। इस कोरोना से सभी क्षेत्रों में अपना असर डाला है। ऐसे में कोविड के पुनरुत्थान ने एक बार फिर सूरत में छोटे-बड़े सभी व्यवसायों को प्रभावित किया है। इससे सुनार भी अछूते नहीं हैं। 
ANI की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना ने सोने के आभूषण के कारोबार को भी गहरा प्रभावित किया है।  ज्वैलर्स ने कहा कि देश में पिछले चार दिनों से आये कोरोना संक्रमित मामलों में वृद्धि के बाद कारोबार में भारी गिरावट है। इस बारे में एक ज्वैलर दीपक का कहना है कि कोरोना के शुरुआती प्रभाव से उबरने के बाद किसी तरह व्यापार अच्छा चल रहा था। लेकिन एक बार फिर अब कोरोना फैल रहा है और ऐसे में फिर से तालाबंदी की बात चल रही है जिससे बाजार आशंकित हैं। हालांकि ऐसे तो हम कुछ पैसे बचत के रूप में अलग रखते थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान बाजार के बेहतर हालात को देखते हुए हम लोगों इन अपनी बचत का उपयोग सोना खरीदने के लिए कर दिया है। ऐसे में पिछले 4 से 5 दिनों से व्यापार में गिरावट आई है। हालांकि पीएम मोदी ने कहा है कि दूसरा  लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है लेकिन रात्री कर्फ्यू अवश्य जारी रहेगा।
वहीं एक अन्य जौहरी चोकसी ने कहा, "लॉकडाउन के बाद वर्तमान में बिजनेस बहुत अच्छा रहा था। पिछले 3 से 4 दिनों से स्थितियों में बदलाव आया है। कोरोना के मामले बढ़ने से ग्राहक अपने घर से बाहर निकलने में डर महसूस कर रहे हैं, लेकिन मैं इसे सकारात्मक रूप से ले रहा हूं क्योंकि सोना एक बहुत सुरक्षित निवेश और लोग इन परेशान समय में भी इसकी तरफ वापस आएंगे।"